Manipur Violence: विपक्षी दलों के नेताओं का 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही मणिपुर पहुंचने वाला है। उससे पहले, राज्यपाल अनुसुइया उइके (Manipur Governor Anusuiya Uikey) ने इन नेताओं से हिंसा प्रभावित राज्य में शांति और व्यवस्था की बहाली में योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने सभी पक्षों और हितधारकों से राज्य को पटरी पर लाने में मदद करने का भी आह्वान किया।
इससे पहले, प्रतिनिधिमंडल के नेताओं ने कहा था कि वे अपनी यात्रा के दौरान कोई भी राजनीतिक मुद्दा उठाने से परहेज करेंगे और केवल जमीनी स्तर पर स्थिति जानने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
'लोग पूछ रहे हैं, राज्य में शांति कब बहाल होगी?'
राज्यपाल उइके ने जातीय हिंसा का केंद्र रहे चुराचांदपुर में राहत केंद्रों का दौरा किया। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा,
'हिंसा में मारे गए लोगों को मुआवजा देगी सरकार'
चुराचांदपुर राहत आश्रयों में जातीय हिंसा से विस्थापित लोगों से मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा कि सरकार हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों को मुआवजा देगी। इसके साथ ही, जिनकी संपत्ति का नुकसान हुआ, उन्हें भी मुआवजा दिया जाएगा। मैं मणिपुर में शांति लाने और सभी समुदायों के लोगों के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास करूंगी।
'सभी दलों को एक साथ लाने का प्रयास'
राहत शिविरों के उनके दौरे के दौरान, कई विस्थापित स्थानीय लोगों ने पूछा कि राज्य में शांति कब लौटेगी।राज्यपाल ने कहा, "यहां के लोग घर लौटना चाहते हैं। मैं राज्य में शांति बहाल करने के हित में सभी दलों को एक साथ लाने का प्रयास कर रही हूं।"