रीवा में थाने में ही बैठे टीआई को थाने के ही सब इंस्पेक्टर ने गोली मार दी। टीआई की हालत गंभीर बनी हुई है, उनके कंधे में गोली लगी है। मामला लाइन अटैच करने का बताया जा रहा है।
थाना प्रभारी शर्मा को सब इंस्पेक्टर बृजराज सिंह ने गोली मारी है।
मध्यप्रदेश के रीवा में थाने में ही टीआई पर गोली चलाने का मामला सामने आया है। उन्हें गोली मारने वाला एक सब इंस्पेक्टर है। टीआई की हालत गंभीर बनी हुई है, उनके कंधे में गोली लगी है। मीनरवा अस्पताल में इलाज चल रहा है। फायरिंग की इस घटना के बाद एसपी विवेक सिंह समेत दूसरे अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाइन थाना में पदस्थ प्रभारी हितेंद्र नाथ शर्मा दोपहर में थाने में ही मौजूद थे। तभी एसआई बृजराज सिंह उनके कमरे में पहुंचे। दोनों के बीच किसी बात को लेकर वाद विवाद हुआ। इसके बाद बृजराज सिंह ने बंदूक से हितेन्द्रनाथ शर्मा के ऊपर फायर कर दिया। गोली सीधे हितेंद्र नाथ शर्मा के कंधे पर जा लगी। गनीमत यह रही कि गोली सर या गर्दन भी नहीं लगी। वरना मौके पर ही जान चली जाती। हालांकि आनन-फानन में स्टाफ ने शर्मा को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया। थाना प्रभारी का ऑपरेशन सफल रहा है। दिल के बगल में गोली थी। अभी हालत स्थिर है। इधर आरोपी उपनिरीक्षक बीआर सिंह लगातार सेट से बातचीत कर एडीजी रैंक के अधिकारी से बात करने की बात कह रहा है। वजह एएसआई बीआर सिंह अभी सिविल लाइन थाने में टीआई शर्मा के अधीनस्थ थे। वहीं पर पदस्थ थे। उन्हें सात दिन पहले पुलिस लाइन अटैच किया गया था। बताया जाता है कि सीनियर पद पर होते हुए भी वे नशा करते थे। उनके खिलाफ नशाखोरी के चलते कुछ विभागीय जांचें चल रही थीं। इसके चलते वे इसी पद पर रह गए। आज ढाई बजे एसआई थाने पहुंचे। उस समय टीआई शर्मा चैंबर में फाइलें देख रहे थे। बीआर सिंह ने पूछा कि मुझे लाइन किसने भेजा। इस पर टीआई बोले कि यह एसपी साहब की व्यवस्था है, उनसे पूछो तो बेहतर होगा। इसके बाद उन्होंने तुरंत पिस्टल निकालकर गोली मार दी। एक गोली दांये कंधे के नीचे लगी और दूसरी गोली कहां लगी यह पता नहीं है। जिस चैंबर में यह घटना हुई उसे पुलिस वालों ने बाहर से बंद कर दिया है।
पहले भी कर चुका है हरकत अपने ही टीआई को गोली मारने बाले सब इंस्पेक्टर बीआर सिंह की बहन भी पुलिस विभाग में है। सब इंस्पेक्टर की बहन अमिता सिंह इन दिनों रिजर्व इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ है। आरोपी सब इंस्पेक्टर पूर्व में भी अपने सीनियर अफसरों से कई मर्तबा अभद्र व्यवहार कर चुका है। तकरीबन एक दशक पहले नईगढ़ी थाना प्रभारी रहते एक प्रकरण के सिलसिले में जांच करने आए एसडीओपी को सर्विस पिस्टल लेकर दौड़ाया लिया था। तब सब इंस्पेक्टर को एसपी ने लाइन अटैच किया था। अपने आचरण की वजह से सब इंस्पेक्टर BR कई बार निलंबित और लाइन अटैच हो चुका है। इसी कारण प्रमोशन नहीं हो सका।