बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार, ऋचा चड्ढा और रेणुका सहाने मणिपुर में हुई हिंसा की स्थिति पर चिंता व्यक्त करने वाली पहली हस्तियों में से हैं। मणिपुर में हुई हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा दो महिलाओं को नग्न घुमाने और फिर उनके साथ सामूहिक रूप से दुष्कर्म करने का भयावह वीडियो सामने आने के बाद तीनों हस्तियों ने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। दरअसल, सोशल मीडिया पर पुरुषों के एक समूह द्वारा दो महिलाओं को बिना कपड़ों के सड़क पर घुमाते हुए दिखाए जाने वाला वीडियो वायरल हो रहा है। घटना को लेकर मणिपुर के एक आदिवासी समूह ने दोनों महिलाओं को खेत में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का भी आरोप लगाया है।
इस घटना को लेकर और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को लेकर देशभर में काफी आक्रोश है। सोशल मीडिया पर आक्रोशित लोग लगातार अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
अक्षय कुमार, ऋचा चड्ढा और रेणुका सहाने की प्रतिक्रिया सामने आने के बाद अब कुछ बॉलीवुड अभिनेता भी सोशल मीडिया पर अपना विरोध जता रहे हैं। उन्होंने दोषियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है।
अक्षय कुमार ने पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करते हुए ट्विटर पर लिखा, "मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ हिंसा का वीडियो देखकर हिल गया, मैं निराश हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि दोषियों को इतनी कड़ी सजा मिलेगी कि कोई भी दोबारा ऐसी भयावह हरकत करने के बारे में ना सोचे।" इस बीच, ऋचा चड्ढा ने वायरल वीडियो के बारे में एक और पोस्ट ट्वीट किया और इसी तरह की भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने लिखा, “शर्मनाक! भयानक! अधर्म!”
अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “मणिपुर हिंसा की वीडियो देखकर मैं भयभीत हूं, कि यह मई में हुआ और इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। शर्म आनी चाहिए उन लोगों को जो सत्ता के नशे में चूर ऊंचे घोड़ों पर बैठे हैं, मीडिया में जोकर उन्हें चाट रहे हैं, मशहूर हस्तियां चुप हैं। प्रिय भारतीयों, हम यहां कब पहुंचे?”रेणुका सहाने ने हिंसा को नियंत्रित करने में सरकार की विफलता की ओर इशारा किया और सवाल किया कि क्या मणिपुर में अत्याचारों को रोकने वाला कोई नहीं है? उन्होंने कहा, "क्या मणिपुर में अत्याचार रोकने वाला कोई नहीं है? यदि आप दो महिलाओं के उस परेशान करने वाले वीडियो से अंदर तक नहीं हिले हैं, तो क्या खुद को इंसान कहना भी सही है, भारतीय या इंडियन तो छोड़ ही दें!"