अधिकारियों की अनदेखी से सुंदरा और फुलदरी सेल्समैन द्वारा नही खोली जा रही हर रोज दुकान
बीते कई दिनों से सुंदरा ,फुलवारी और भिलसाय के उचित मूल्य की दुकान के सेल्समैन के संबंध में कई शिकायतों और लगातार प्रसारित हो रही अनियमितताओं की खबरों के बाद भी जिला प्रशासन निष्क्रिय बना हुआ है और खुले आम सेल्समैनों को लूट की छूट दे रखी है,अभी तक तो ये आलम था की सेल्समैन ही लापरवाही करते है पर इस बार तो जिले के आला अधिकारियों की खामोशी से कहीं न कहीं दबाव या रिश्वत की बू जरूर आने लगी है। विभाग की इतनी छीछालेदर के बाद भी सुंदरा सेल्समैन और फुलदरी सेल्स मैन द्वारा हर दिन दुकान नहीं खोली जा रही है माह में 2 से 3 दिन खोली जाती है ग्रामीणों द्वारा बताया गया है और कई गरीब हितग्राही बैरंग वापस लौटे फुलवारी की दुकान को सेल्समैन अपने मन मुताबिक फुलदरी में स्थापित कर रखी है जबकि फुलवारी ग्रामों के ग्रामीण और बुजुर्ग महिलाएं आदिवासी महिलाएं को दूर जाना पड़ता है। राशन लेने के लिए अब इसे हठधर्मिता कहें या बीजेपी सरकार का कुशासन पर इस दौर में गांव की गरीब जनता पिसने को मजबूर है।अगर ऐसा ही चलता रहा तो वो दिन दूर नही जब साशन द्वारा भेजे जा रहे अनाज को खुले आम सेल्समैन द्वारा बाजार में बेचा जाएगा और जिले के आला अधिकारी खड़े होकर कॉमिसन की रकम गिनेंगे।