दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन कुख्यात अंतरराज्यीय हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से मध्य प्रदेश के खरगोन निर्मित 15 अवैध पिस्टल बरामद की गई है। उक्त पिस्टल की आपूर्ति दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा व राजस्थान के बदमाशों को की जानी थी।

विशेष आयुक्त स्पेशल सेल एचजीएस धालीवाल का कहना है कि मध्य प्रदेश स्थित हथियार निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं द्वारा दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और आसपास के राज्यों में लाए जा रहे अवैध हथियारों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए स्पेशल सेल निरंतर प्रयास कर रही है।

उसी के तहत एसीपी अतर सिंह व इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम ने राजस्थान धौलपुर के रहने वाले प्रशांत मीणा व कमल मीणा व मथुरा, यूपी के रहने वाले गगन सारस्वत को भी गिरफ्तार किया है। इनके पास से प्वाइंट 32 बोर की 15 अर्ध-स्वचालित पिस्टल बरामद की गई।

स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि दिल्ली-एनसीआर में गैंगस्टर और अपराधी एमपी के हथियार निर्माताओं से अवैध हथियार खरीद रहे हैं। चार महीने से अधिक समय तक निरंतर प्रयासों के बाद इस गिरोह इस गिरोह के बारे में पता लग पाया।

कहां से खरीदी थी पिस्टल?

सेल की टीम जांच में जुटी ही थी कि 14 जुलाई को फिर से सेल को सूचना मिली कि इस गिरोह के दो सदस्य प्रशांत मीणा और कमल मीणा ने खरगोन, एमपी से पिस्टल खरीदी है जिसे दिल्ली में रखा गया है। वे लोग दिल्ली के सूरज कुंड रोड पर वायु सेना विहार के पास यूपी के एक हथियार तस्कर को कुछ अवैध हथियार सौंपेंगे।

इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम ने संगम विहार की ओर जाने वाले वायु सेना विहार, सूरज कुंड रोड के पास से तीनों को दबोच लिया गया। प्रशांत मीणा के पास से पांच अतिरिक्त मैग्जीन व कमल के पास से चार अतिरिक्त मैग्जीन व गगन सारस्वत के पास से छह पिस्टल बरामद की गईं।

पुलिस का कहना है कि पूछताछ में पता चला कि पिस्टल एमपी के खरगोन में एक हथियार सप्लायर से खरीदी गई थीं और उसे दिल्ली-एनसीआर, यूपी, पंजाब और राजस्थान में अपराधियों को सप्लाई की जानी थीं।

प्रशांत मीणा पहले पांच मामलों में शामिल रहा है, जिसमें यूपी और राजस्थान में हथियार तस्करी के चार और हत्या के प्रयास का एक मामला शामिल है। कमल मीणा राजस्थान में एनडीपीएस अधिनियम के तहत दो मामलों में शामिल रहा है।

कितनी है एक पिस्टल की कीमत?

प्रशांत व कमल ने पूछताछ में बताया कि वे सेमी-आटोमैटिक पिस्टल एमपी से आठ हजार प्रति पिस्टल खरीदते हैं और उसे दिल्ली और अन्य राज्यों में 30 हजार रुपये प्रति पिस्टल बेचते थे। पिछले दो वर्षों के दौरान वे लोग मध्य प्रदेश से लगभग 300 पिस्टल ला चके हैं जिन्हें वे दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, राजस्थान और यूपी के अपराधियों को आपूर्ति की है।