माहमारा, मोरान तथा टिंगखांग के मध्य स्थित मोरानहाट रेलवे स्टेशन फिलहाल राम भरोसे चल रहा है क्योंकि पावर फेल्योर की वजह से घंटों बंद रहता है रेलवे टिकट आरक्षण काउंटर । बताते चलें कि टिकट आरक्षण काउंटर प्रातः 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुला रहना चाहिए ताकि यात्री अपने सफर का टिकट ले सके मगर आरक्षण का टिकट बनाने वाला कम्प्यूटर बैटरी बेकप ना होने या फिर इनभर्टर ना होने की वजह से अधिकांश समय रेलवे कर्मचारी पावर फेल्योर का नोटिस खिड़की के समक्ष रखकर गपसप करते रहते हैं । कल ही 2.80 करोड़ की लागत से नवनिर्मित फुटब्रिज का उदघाटन केन्द्रीय मंत्री रामेश्वर तेली ने एन एफ रेलवे के डीआरएम उत्तम प्रकाश के मौजूदगी में किया था, इस दौरान डीआरएम श्री प्रकाश ने मोरानहाट रेलवे स्टेशन को महत्वपूर्ण स्टेशन बताया था जहां से रोजाना पांच रेलगाड़ियों से लगभग 550 यात्री यात्रा करते हैं, बावजूद इसके स्टेशन पर पावर फेल्योर की वजह से टिकट आरक्षण काउंटर का घंटों बंद रहना डीआरएम के बातों को मिथ्या प्रमाणित करता है । गौरतलब हो कि स्टेशन पर लगी लाइटें भी अधिकांश नहीं जलती क्योंकि अधिकांश खराब पड़ी थी और कल होनेवाले उदघाटन समारोह के लिए लाइटों को दुरुस्त किया गया था । स्टेशन का टिन सेड इतना छोटा है कि बरसात में कोई भी सवारी बिना भिगे किसी ट्रेन पर ना तो चढ़ सकता है और नाही उतर सकता है । बहरहाल उपरी असम रेल विकास मंच ने कल एक स्मारकपत्र के द्वारा स्टेशन के विकास, यात्रियों के आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सुविधाओं के साथ ही कुछ और रेलगाड़ियों को भाया मोरानहाट चलाने की मांग डीआरएम श्री प्रकाश से की है । वहीं महत्वपूर्ण स्टेशन पर बुनियादी जरुरतों को पुरा करते हुए पावर की उपयुक्त व्यवस्था करने की मांग मुसाफिरों ने की है ताकि भविष्य में टिकट आरक्षण की खिड़की पर पावर फेल्योर का बोर्ड के बजाय लोगों को निर्धारित समय पर टिकट मिल सकें।
राम भरोसे चल रहा मोरानहाट रेवले स्टेशन, पावर फेल्योर की वजह से बंद रहता है रेलवे टिकट आरक्षण काउंटर ।
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