*10 सूत्रीय मांगों को लेकर नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन 5 दिन से काम बंद हड़ताल पर*

*शासकीय अस्पतालों में भर्ती मरीज हो रहे परेशान , मध्य प्रदेश सरकार कुंभकरण निद्रा में*

मध्य प्रदेश प्रांतीय आवाहन पर नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन पन्ना द्वारा दिनांक 3 जुलाई 2023 से चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है। जिसको लेकर पहले नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन द्वारा ज्ञापन सौंपकर अपनी जायज मांगे सरकार के समक्ष रखी गई थी। मगर उनकी 10 सूत्री मांगों को लेकर सरकार ने ध्यान नहीं दिया। सरकार आज भी कुंभकरण की नींद में सो रही है। जिसके बाद से दिनांक 10 जुलाई 2023 से मध्य प्रदेश के समस्त शासकीय अस्पताल मेडिकल कॉलेज में कार्य करने वाली नरसिंग कर्मचारियों द्वारा काम बंद हड़ताल कर दी गई है और हड़ताल के पांचवें दिन तक भी उनकी जायज मांगों पर प्रदेश सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जिसका खामियाजा मध्य प्रदेश की गरीब और मध्यमवर्गीय जनता को भुगतना पड़ रहा है। क्योंकि शासकीय अस्पतालों में प्रशिक्षित अनुभवी नर्सों के ना रहने से मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पा रहा है। नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन की जो मुख्य मांगे हैं उनमें पुरानी पेंशन पूर्व की भांति लागू की जाए । नर्सिंग संवर्ग के वेतन विसंगति को दूर किया जाए। रात्रिकालीन आकस्मिक चिकित्सा भत्ता स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों को ₹500 प्रति रात्रि दिया जाता है जबकि इनके साथ संलग्न नर्सेज व अन्य पैरामेडिकल कर्मचारियों को अभी तक कुछ नहीं दिया जाता है। जिसको ₹300 प्रति रात्रि आकस्मिक चिकित्सा भत्ता दिया जाए। प्रदेश में ग्वालियर एवं रीवा मेडिकल कॉलेज की भांति अन्य शेष मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग ऑफिसर को तीन एवं चार वेतन वृद्धि दी जाए। नर्सिंग स्टूडेंट एवं स्टायफंड रुपए 3000 से बढ़ाकर ₹8000 किया जावे। इसके साथ ही अन्य मांगे रखी गई है जो कि सभी जायज है। हड़ताल में जिला अध्यक्ष मीना उमरे ज्योति शर्मा पूर्णिमा वर्मा , उज्जवला करमरकर , शिवानी विश्वकर्मा , यामीलता , रजनी मेहदेले , शिवानी सिंह , जयदीप हटीला बसंती घोष , निधि गुप्ता ,शीला धुर्वे सलीम खान रोली सिंह मनिका मीरा पांडे कल्पना साकेत दीक्षा चंद्रोल चांदनी सोनी मधुलाल ज्योति सिंह लक्ष्मी लोधी रितू प्रजापति , निशा बर्वे, सुषमा सिंह , मानसी मुद्गल सहित अन्य नर्सिंग कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हुए हैं।