नई दिल्ली,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय फ्रांस के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने गुरुवार को कहा कि फ्रांस में मास्टर डिग्री हासिल करने वाले भारतीय छात्रों को अब अध्ययन के बाद 5 साल का दीर्घकालिक वीजा (five-year long-term post-study visa) दिया जाएगा। बता दें कि इससे पहले तक भारतीय छात्रों को मात्र दो साल का ही वर्क वीजा दिया जाता था।

पीएम मोदी ने पेरिस में एलए सीन म्यूजिकल (LA Seine Musicale in Paris) में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपने भाषण में यह घोषणा की थी। वहां एकत्र लोगों ने भी उनका जोरदार स्वागत किया।

भारतीय छात्रों को मिलेगा 5 साल का वीजा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पिछली बार जब मैं फ्रांस आया था तो ये तय किया गया था कि फ्रांस में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों को 2 साल का पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा (2-year post-study work visa) दिया जाएगा। अब, यह निर्णय लिया गया है कि फ्रांस में मास्टर्स की पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों को 5 साल का दीर्घकालिक पोस्ट स्टडी वीजा (long-term post-study visa) दिया जाएगा।

दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर गुरुवार को पेरिस पहुंचे प्रधानमंत्री का हवाई अड्डे पर औपचारिक स्वागत किया गया। हवाई अड्डे पर फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ बोर्न ने उनका स्वागत किया।

पीएम मोदी ने फ्रांस की अपनी यात्रा को "विशेष" बताया क्योंकि फ्रांस अपना राष्ट्रीय दिवस मना रहा है और पीएम मोदी ने इस अवसर पर लोगों को बधाई दी।

भारत और फ्रांस के बीच हुआ UPI पर समझौता

वह फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस परेड में भाग ले रहे हैं और उन्होंने इसे "भारत और फ्रांस के बीच अटूट दोस्ती" का प्रतिबिंब बताया।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान UPI में भारत की वृद्धि की भी सराहना की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि फ्रांस में भारत के UPI के इस्तेमाल को लेकर समझौता हुआ है...इसकी शुरुआत एफिल टावर से की जाएगी और अब भारतीय पर्यटक एफिल टावर में UPI के जरिए रुपये में भी भुगतान कर सकेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने यह भी कहा कि बहुत कम लोग जानते हैं कि भारत और फ्रांस लंबे समय से पुरातात्विक मिशन पर काम कर रहे हैं। इसका विस्तार चंडीगढ़ से लद्दाख तक है। डिजिटल बुनियादी ढांचा एक अन्य क्षेत्र है जो भारत और फ्रांस के बीच संबंधों को मजबूत करता है।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी बैस्टिल डे परेड में सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह यात्रा भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के जश्न का भी प्रतीक है।

विदेश मंत्री ने क्या कहा?

विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ट्वीट में कहा, "भारत-फ्रांस साझेदारी की भावना का प्रतीक एक गर्मजोशी भरा कदम है। PM नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा फ्रांस के सर्वोच्च पुरस्कार ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया।" 

पीएम मोदी से पहले दुनिया के कई नेताओं को इस सम्मान से सम्मानित किया गया है। पीएम मोदी से पूर्व दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, वेल्स के तत्कालीन राजकुमार किंग चार्ल्स, जर्मनी के पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल को भी यह सम्मान मिल चुका है।