*संसार में कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं : आचार्य श्री दिव्यांग भूषण बादल जी महाराज*
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*श्री कृष्ण जन्म उत्सव में झूमे श्रोता, माताओं बहनों ने बधाइयां गीत गाकर किया भाव विभोर*
पन्ना शहर के रानीबाग मार्ग एम आई रिसार्ट में नरेश शिवहरे एवं शिवहरे परिवार की ओर से चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन बृहस्पतिवार को कथा व्यास आचार्य श्री दिव्यांग भूषण बादल जी महाराज ने भगवान कृष्ण के जन्म एवं लीलाओं की कथा सुनाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
आचार्य श्री दिव्यांग भूषण बादल जी महाराज ने कहा कि परमात्मा ही परम सत्य है। जब हमारी वृत्ति परमात्मा में लगेगी तो संसार गायब हो जाएगा। प्रश्न यह है कि परमात्मा संसार में घुले-मिले हैं तो संसार का नाश होने पर भी परमात्मा का नाश क्यों नहीं होता।
इसका उत्तर यही है कि भगवान संसार से जुड़े भी हैं और अलग भी हैं। आकाश में बादल रहता है। और बादल के अंदर भी आकाश तत्व है। बादल के गायब होने पर भी आकाश गायब नहीं होता। इसी तरह संसार गायब होने पर भी परमात्मा गायब नहीं होते।
संसार की कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं है।
कथा व्यास श्री दिव्यांग भूषण बादल जी महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के घरों से माखन चोरी की। इस घटना के पीछे भी आध्यात्मिक रहस्य है। दूध का सार तत्व माखन है। उन्होंने गोपियों के घर से केवल माखन चुराया अर्थात सार तत्व को ग्रहण किया और असार को छोड़ दिया।
प्रभु हमें समझाना चाहते हैं कि सृष्टि का सार तत्व परमात्मा है। इसलिए असार यानी संसार के नश्वर भोग पदार्थों की प्राप्ति में अपने समय, साधन और सामर्थ को अपव्यय करने की जगह हमें अपने अंदर स्थित परमात्मा को प्राप्त करने का लक्ष्य रखना चाहिए। इसी से जीवन का कल्याण संभव है।
कथा व्यास श्री बादल जी ने बताया कि वास्तविकता में श्रीकृष्ण केवल ग्वाल-बालों के सखा भर नहीं थे, बल्कि उन्हें दीक्षित करने वाले जगद्गुरु भी थे। श्रीकृष्ण ने उनकी आत्मा का जागरण किया और फिर आत्मिक स्तर पर स्थित रहकर सुंदर जीवन जीने का अनूठा पाठ पढ़ाया।
भागवत कथा के मुख्य श्रोता श्रीमती रीना शिवहरे एवं नरेश शिवहरे ने नगर के सभी भगवत प्रेमी माताओं बहनों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर धर्म लाभ उठाने का आग्रह किया है। कथा आयोजक श्री शिवहरे ने यह भी कहा कि दिनांक 10 जुलाई से 16 जुलाई तक प्रतिदिन सुबह 8:00 से 12:00 तक सामूहिक शिवलिंग निर्माण का कार्य किया जा रहा है, इसके उपरांत दोपहर में श्रवण मास के उपलक्ष में शिव पूजन कार्यक्रम किया जाता है ।जो भी भगवत प्रेमी शिवलिंग निर्माण एवं पूजन करना चाहते हैं पधार कर धर्म लाभ उठाएं।
संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा मैं मिथिलेश सिंह आर्गन वादक वीरेंद्र सिंह पैड वादक एवं महेश जड़िया द्वारा ढोलक वादन के माध्यम से भगवत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध किया जा रहा है।