वायु परीक्षण भविष्यवाणी शास्त्री नगर साइंस पार्क में आचार्य जी के साथ 100 ज्योतिषियो ने ध्वज पताका से वायु परीक्षण किया गया 

वायु परीक्षण से झंडे के अग्र शिरा का दिशा वर्षा की भविष्य 

बतायेगा वर्षा का रुख तीव्र वेग या शून्य ? इसी के साथ गुरूपूर्णिमा में शास्त्री नगर स्थित साइंस पार्क में यह वायु परीक्षण किया गया। जयपुर में वायु परीक्षण की यह परम्परा वर्ष 1727 में प्रारम्भ हुई थी। वायु परीक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉ. रवि शर्मा के सेवा कार्य से साइंस पार्क में शाम 7:20 पर वायुवेग के आधार पर सावन में होने वाली वर्षा की भविष्यवाणी की गई जिसमे जिसमे आचार्य आशुकवि पंकज जी के साथ देश विदेश के विद्वान विदुषी ज्योतिषगण मौजूद रहे।

वायु परीक्षण की विधि - 

सर्वप्रथम सवा हाथ लंबा 1 हाथ चौड़ा झंडा 5-6 फीट लम्बा डंडा में पताका को सबसे ऊंचा स्थान में गाड़ दे या स्थिर हस्त से पकड़ के रखे गाड़ देना उत्तम है। फिर झंडा के अग्र शर किस दिशा में उड़ रही कंपास से नोट कर लें ये मध्यान, सूर्यास्त में हो सकता है लेकिन रात्रि वाला ज्यादा अच्छा है। जिस दिशा में वायु बहाव दिशा ,झंडा का शिरा होगा उसके लाभ अलग अलग दिशा से निर्धारण करना चाहिए। 

परीक्षण के रिजल्ट वर्षा का अनुमान  

दक्षिण से पूर्व हो तो उत्तम

आग्नेय कोण हो तो कम

दक्षिण में हो तो बहुत कम 

नैऋत्य कोण हो तो अनावृष्टि , दुर्भिक्ष

पश्चिम में अतिवृष्टि 

वायव्य कोण में आंधी तीव्र वर्षा कम

उतर दिशा में उत्तम वर्षा

ईशान कोण श्रेष्ठ वर्षा

Amit patel