नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजनीतिक स्थिरता को देश के लिए जरूरी बताया और कहा कि ये दुनिया में बहुत मायने रखती है। आज पूरी दुनिया हमारी विकास यात्रा में साथ चलने के लिए तत्पर है। भारत को लेकर ऐसा विश्वास और हमारी अर्थव्यवस्था पर इतना भरोसा इससे पहले कभी नहीं था। अब भारत की पहचान एक दशक पहले की तुलना में ज्यादा स्थिर, ज्यादा सुरक्षित और ज्यादा मजबूत देश की है जबकि पिछली सरकारों की पहचान भ्रष्टाचार, योजनाओं में गड़बडी और जनता-जनार्दन के पैसे का दुरुपयोग करने की थी। इन सरकारों ने नौकरियों में भाई-भतीजावाद कर करोड़ों युवाओं के साथ विश्वासघात किया था। हमने भर्तियों में भाई-भतीजावाद खत्म किया और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई।

70 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र

मोदी मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्रीय रोजगार मेले को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने देशभर के करीब 70 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र भी सौंपे। इन सभी को वित्त, डाक, स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, रक्षा मंत्रालय, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, रेल मंत्रालय, लेखा परीक्षण और लेखा विभाग, गृह मंत्रालय आदि विभिन्न सरकारी विभागों में नियुक्ति दी गई है। पीएम ने रोजगार मेलों को राजग और भाजपा सरकार की नई पहचान बताया और कहा कि ऐसे मेलों का आयोजन भाजपा शासित राज्यों में भी किया जा रहा है।

43 स्थानों पर आयोजित हुआ रोजगार मेला

पीएम ने देशभर के करीब 43 स्थानों पर आयोजित इस रोजगार मेले को संबोधित करते हुए कहा कि आज भारत की पहचान उसके निर्णायक फैसलों, उसके आर्थिक और प्रगतिशील सामाजिक सुधारों से हो रही है। रोजगार अभियान भी पारदर्शिता और सुशासन दोनों का ही प्रमाण है। उन्होंने कहा कि परिवारवादी राजनीतिक दलों ने कैसे हर व्यवस्था में भाई-भतीजावाद को रोपा, यह पूरे देश ने देखा है। सरकारी नौकरी की जब भी बात आती थी तो उसमें इन परिवारवादी पार्टियों ने सिर्फ भाई-भतीजावाद, सिफारिश और भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा दिया।

राज्य में रेट कार्ड और कट मनी का कारोबार

उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में हमारी सरकार बनने के बाद से भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता भी आई है। केंद्र सरकार में ग्रुप सी व डी की भर्ती में इंटरव्यू समाप्त होने का लाभ लाखों युवाओं को हुआ है। हाल की एक मीडिया रिपोर्ट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक राज्य में नौकरी देने के नाम पर कैसे रेट कार्ड का खेल चल रहा था, यह सभी ने देखा है। नौजवानों से पैसा लिया जाता था। नौकरियों के अलग-अलग रेट तय थे। सोचिए, जिस राज्य में रेट कार्ड और कट मनी का कारोबार हो, उस देश का नौजवान कहां जाएगा? कुछ दिन पहले एक और मामला सामने आया था जिसमें एक रेल मंत्री ने नौकरी देने के बदले किसानों की जमीनें लिखवा ली थीं। इस मामले की सीबीआइ जांच भी चल रही है।

एक तरफ रेट कार्ड तो दूसरी तरफ सेफ गार्ड

पीएम ने युवाओं से कहा कि दो चीजें आपके सामने हैं। एक तरफ रेट कार्ड वाली पार्टियां हैं जिन्होंने परिवारवाद, भाई-भतीजावाद और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर युवाओं की नौकरियों को लूटा है। दूसरी ओर हम युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए सेफगार्ड का काम कर रहे हैं। रेट कार्ड आपकी काबिलियत, साम‌र्थ्य और सपनों को चूर-चूर कर देते हैं। हम आपके सेफ गार्ड में लगे हैं, आपके सपनों के लिए जीते हैं। आपके संकल्पों को साकार करने के लिए काम करते हैं। अब देश तय करेगा कि देश के नौजवानों का भविष्य रेट कार्ड के भरोसे चलेगा या सेफगार्ड व्यवस्था के अंदर सुरक्षित तरीके से पनपेगा। पीएम ने भाषा के नाम पर राजनीति करने वाले दलों पर भी हमला बोला। कहा- कुछ राजनीतिक दल लोगों को भाषा के नाम पर भिड़ाने और देश को तोड़ने का काम कर रहे है। हम भाषा को लोगों को रोजगार देने और उन्हें सशक्त बनाने का माध्यम बना रहे हैं। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी को अपना सपना पूरा करने में भाषा किसी तरह की दीवार न बने। भर्ती परीक्षा और प्रवेश परीक्षा मातृभाषा में कराई जा रही हैं।