तिरुवनंतपुरम, मार्क लिस्ट विवाद के संबंध में पत्रकार के खिलाफ की जा रही कार्यवाही को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी के नेतृत्व वाली केरल सरकार की आलोचना की।
मंगलवार को पूर्व राज्य मंत्री ने केरल में पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही को लेकर निराशा जताई। साथ ही आरोप लगाया कि केरल में 'पेशेवर' तरीके से अपना काम कर रहे पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और राज्य के लिए प्रेस की स्वतंत्रता अपरिहार्य है।
ट्विटर पर जताई अपनी निराशा
फ्रांसीसी लेखक वोल्टेयर के प्रसिद्ध उद्धरण वाली एक तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट कर थरूर ने लिखा, 'केरल में पेशेवर रूप से अपना काम कर रहे पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही के बारे में सुनकर निराश हूं। प्रेस की स्वतंत्रता हमारे लोकतंत्र के लिए अपरिहार्य है और हमारे राज्य के लिए महत्वपूर्ण है। सरकार को इस तरह के उत्पीड़न को रोकना चाहिए।'
पांच लोगों पर मामला दर्ज
उल्लेखनीय है कि केरल पुलिस ने मार्क लिस्ट विवाद में छात्र संघ के नेता पीएम अर्शो की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, उनमें एशियानेट न्यूज की पत्रकार और एर्नाकुलम के महाराजा कॉलेज के प्रिंसिपल सहित पांच लोग शामिल हैं।
यह है वो पांच पत्रकार
केरल पुलिस ने स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के स्टेट सेक्रेटरी द्वारा दर्ज शिकायत में महाराजा कॉलेज एर्नाकुलम के पूर्व समन्वयक विनोद कुमार, कॉलेज प्रिंसिपल वीएस जॉय, केएसयू के प्रदेश अध्यक्ष अलोटियस जेवियर, फाजिल सीए और एशियानेट न्यूज रिपोर्टर अखिला नंदकुमार को आरोपी बनाया है। शिकायत में अंक सूची विवाद को लेकर साजिश का आरोप लगाया गया है। सभी पर आपराधिक साजिश, जालसाजी और मानहानि सहित भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
कॉलेज की वेबसाइट पर परिणाम दिखाए जाने के बाद से यह विवाद खड़ा हुआ। परिणाम में दिखाया गया कि पीएम अर्शो पास है, जबकि उसके मार्क जीरो दिखाई दिए। हालांकि, अर्शो ने दावा किया कि उन्होंने इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था और न ही परीक्षा दी थी।
इसके बाद, शुरुआत में कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि अर्शो ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि यह एनआईसी की ओर से एक तकनीकी गलती थी। साथ ही उन्होंने कहा कि अर्शों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण नहीं कराया था।