आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में देश के मुख्य विपक्षी दलों ने कमर कस ली है। हाल ही में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद विपक्षी पार्टियों का मनोबल काफी बढ़ चुका है।

इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने दावा किया है कि वर्तमान समय में देश के अंदर भाजपा विरोधी लहर है। वहीं, देश की जनता अब बदलाव चाहती है।

बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि अगर लोगों की जो वर्तमान मानिसकता है, वो आगे भी कायम रही तो आगामी चुनाव के परिणाम में बदलाव दिखेंगे। बता दें कि उनका इशारा लोकसभा चुनाव की ओर था। उन्होंने आगे कहा, महाराष्ट्र में छोटी-छोटी घटनाओं को 'धार्मिक रंग' दिया जा रहा है, जो अच्छे संकेत नहीं है। बता दें कि अगले साल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं।"

लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर राकांपा प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी और सहयोगियों के कई लोगों का भी यही मत है। हालांकि, पवार ने कहा, "मुझे ऐसा नहीं लगता है कि केंद्र सरकार चाहेगी कि लोकसभा और विधानसभा का चुनाव एक साथ हों।"

तेलांगाना मॉडल की जांच हो: शरद पवार

महाराष्ट्र में प्रचारित किए जा रहे 'तेलंगाना मॉडल' (किसानों को वित्तीय सहायता देने) पर पवार ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा,तेलंगाना मॉडल की जांच की जानी चाहिए। लेकिन, तेलंगाना एक छोटा राज्य है और एक छोटे राज्य में इस तरह की सहायता की घोषणा की जा सकती है। लेकिन, मुझे लगता है कि बुनियादी ढांचे के कार्यों (खेती से संबंधित) पर अधिक धन खर्च किया जाना चाहिए।"

हाल के दिनों में महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति और हिंसा की कुछ घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर पवार ने दावा किया कि राज्य में कुछ छोटे मुद्दों को धार्मिक रंग दिया जा रहा है। पवार ने कहा कि राज्य में कानून राज कायम करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है।

शरद पवार ने नितिन गडकरी की तारीफ की

शरद पवार से जब पूछा गया कि मौजूदा समय में केंद्र सरकार में कौन सा मंत्री का काम आपको सबसे अच्छा लगा है, तो उन्होंने सड़क परिवहन और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी का नाम लिया। उन्होंने कहा कि नितिन गडकरी अपने काम में राजनीति नहीं करते। अगर हम कोई समस्या लेकर उनके पास जाते हैं तो वो उस समस्या को गंभीरता से सुनते हैं।

पवार ने कृषि संबंधी मुद्दों पर जताई चिंता

शरद पवार ने महाराष्ट्र में कृषि संबंधी मुद्दों पर भी चिंता भी जताई। उन्होंने कहा, कपास उत्पादक किसानों की स्थिति गंभीर है। कपास की खरीद करनी है। लेकिन, ऐसा नहीं किया गया है। किसानों को सड़क पर उतर कर विरोध करने का का फैसला करना है और किसान के साथ एनसीपी खड़ी है।"