नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था 2030 तक 6 गुना बढ़कर एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है। इसमें सबसे बड़ा योगदान ई-कॉमर्स सेक्टर का होगा। मंगलवार को गूगल, टेमासेक और ब्रैन एंड कंपनी की ओर से जारी की गई एक संयुक्त रिपोर्ट में ये बात कही गई।

गूगल इंडिया के मैनेजर एंड वाइस प्रेसीडेंट, संजय गुप्ता की ओर से दिए गए बयान में कहा गया कि भारत की इंटरनेट अर्थव्यवस्था 2030 तक 6 गुना बढ़कर एक ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को छू सकती है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भविष्य में ज्यादातर सामान ऑनलाइन ही खरीदा जाएगा।

टेमासेक के प्रबंध निदेशक, विशेष श्रीवास्तव ने बताया कि मौजूदा समय में भारत वर्ल्ड की जीडीपी के लिए ग्रोथ का नया इंजन है और दुनिया को भारतीय अर्थव्यवस्था से उम्मीदें हैं।

किन सेक्टरों में दिखेगी तेजी?

रिपोर्ट में कहा गया कि भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था 2022 में 155-175 अरब डॉलर थी। आने वाले समय में ई-कॉमर्स के बीटूसी, बीटूबी और सॉफ्टवेयर प्रोवाइडर के साथ ऑनलाइन मीडिया सेगमेंट में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।

स्टार्टअप से डिजिटल अर्थव्यवस्था को मिल रहा फायदा

गुप्ता की ओर से आगे बताया गया कि स्टार्टअप्स ने डिजिटल शिफ्ट को भारत में मजबूत करने का काम किया है। वहीं, छोटी, मध्यम और बड़ी साइज की कंपनियों को कोरोना महामारी के बाद समझ में आ गया है कि डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग करके ही आगे बढ़ा जा सकता है।

रिपोर्ट के मुताबिक, बीटूसी ई-कॉमर्स का मार्केट 5 से 6 गुना बढ़कर 2030 तक 350 से लेकर 380 अरब डॉलर का हो सकता है। 2022 में फिलहाल ये 60 से 65 अरब डॉलर का है। बीटूबी ई-कॉमर्स 13 से 14 गुना बढ़कर 105-120 अरब डॉलर हो गया है, जो कि 2022 में 8 से 9 अरब डॉलर का था।