कलेक्टर संजय कुमार मिश्र के मार्गदर्शन और जिला पंचायत सीईओ संघ प्रिय के निर्देशन में जिले के कल्दा पठार क्षेत्र में पवई और शाहनगर जनपद के ग्रामों में मुर्गीपालन की गतिविधि आरंभ की जा रही हैं। इसमें आदिवासी परिवार की महिलाओं को चयनित कर मनरेगा योजना के माध्यम से मुर्गी शेड बनवाए जाने का कार्य किया जाएगा।
इस संबंध में आज जिला पंचायत सीईओ, मनरेगा, जनपद और ग्राम पंचायत एवं ग्रामीण आजीविका मिशन की टीम द्वारा ग्राम सर्रा, गुरजी, टिकुल पौड़ी, महुआडोल, बौलिया में चयनित हितग्राहियों से चर्चा की गई और आगामी सप्ताह में स्थल चयन कर मनरेगा योजना के माध्यम से मुर्गी शेड का कार्य आरंभ करने के निर्देश दिए गए। मुर्गी पालन की गतिविधि से प्रत्येक हितग्राही के परिवार को होने वाले लाभ के बारे में बताया गया। मनरेगा योजना अंतर्गत लगभग दो लाख की राशि से प्रत्येक हितग्राही का मुर्गी शेड बनाया जाएगा और इसके बाद मुर्गी पालन की गतिविधि आरंभ की जाएगी। प्रथम वर्ष में 200 हितग्राहियों का चयन कर मुर्गी पालन की गतिविधि आरंभ की जा रही है। आगामी 3 वर्ष में 500 हितग्राहियों को लाभ प्रदान करने का लक्ष्य है। मुर्गी पालन की गतिविधि से प्रति हितग्राही की न्यूनतम चार हजार की मासिक आय होगी जो उनके आर्थिक जीवन स्तर को सुधारने में मदद करेगी। गतिविधि के संचालन में नियमित रूप से आवश्यक सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।