नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: अगर आप प्रतिदिन समाचार देख या अखबार पढ़ रहे होंगे तो आपको अब तक पता चल गया होगा कि पिछले दो दिन से हर जगह भारत और भारत सरकार की बातें हो रही हैं। दुनिया में भारत की ताकत साफ देखी जा सकती है। पिछले दिनों आए आंकड़े इस बात की गवाही दे रही हैं।

इन आंकड़ो में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), पीएमआई डेटा, जीएसटी कलेक्शन और मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट शामिल है। ये आंकड़े बताते है कि भारत जल्द ही एशिया के साथ-साथ दुनिया का भी नेतृत्व करेगा।

क्या कहते हैं GDP के आंकड़े?

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने बीते 31 मई को जीडीपी के आंकड़े जारी किए हैं। जनवरी-मार्च 2023 तिमाही के आंकड़ो के अनुसार देश की जीडीपी 6.1 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ी है। हालांकि अगर पूरे वित्त वर्ष 23 की बात करें तो जीडीपी 9.1 प्रतिशत के विस्तार के मुकाबले 7.2 प्रतिशत बढ़ी है।

पिछले तिमाही में एग्री सेक्टर, माइनिंग सेक्टर, कंस्ट्रक्शन सेक्टर, फिन और रियल्टी सेक्टर में ग्रोथ देखने को मिली थी। वहीं इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर में गिरावट देखने को मिली है।

GST की वसूली में बढ़ोतरी

वित्त मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने मई में जीएसटी संग्रह 12 प्रतिशत बढ़कर 1.57 लाख करोड़ रुपये हुआ है। मई में कुल वसूल किए गए जीएसटी के राजस्व 1,57,090 करोड़ रुपये में से केंद्रीय जीएसटी 28411 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 35,828 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी 81,363 करोड़ रुपये ( 41,772 रुपये आयात सहित) रहा।

PMI से सामने आई सर्विस सेक्टर की तस्वीर

1 जून को आए पीएमआई के आंकड़े के मुताबिक, पिछले महीने मई में मैन्युफैक्चरिंग PMI 31 महीने के ऊपरी स्तर पर पहुंच गया है। पीएमआई के बढ़ने की वजह नए ऑर्डर मिलने और महंगाई का कम होना है।

आपको बता दें कि पीएमआई के जरिए मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नौकरियां, ऑर्डर, बिजनेस एक्टिविटी को मापा जा सकता है। पीएमआई इंडेक्स अप्रैल 57.2 था, जो मई में बढ़कर 58.7 हो गया है।

क्या कहती है Morgan Stanley की रिपोर्ट?

अमेरिकी वित्तीय सेवा कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें उन्होंने भारत और पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दस साल पहले के मुकाबले बहुत बदल गया है।

रिपोर्ट में कहा गया कि विश्व व्यवस्था में भारत एक प्रमुख देश बन गया है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत 2013 से अलग है और 10 साल की छोटी अवधि में मैक्रो और मार्केट आउटलुक के लिए महत्वपूर्ण सकारात्मक परिणामों के साथ भारत ने विश्व व्यवस्था में अपना स्थान बनाया है।