TCS ने अपने कर्मचारियों को एक मेमो भेजा है जिसमें कंपनी ने कर्मचारियों के लिए ऑफिस वापस आने की पॉलिसी और कड़ा कर दिया है। ये मेमो उन लोगों को भेजा गया है जिन्होंने 1 महीने के समय में 12 दिनों से कम का काम किया है।

भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) अपनी ऑफिस नीति पर वापसी को लेकर सख्त होती दिख रही है। कंपनी ने उन कर्मचारियों को मेमो भेजना शुरू कर दिया है जो एक महीने में ऑफिस से कम से कम 12 दिन का काम पूरा नहीं कर रहे हैं।

क्या कहता है मेमो

मेमों में कर्मचारियों को चेतावनी दी गई है कि यदि वे रोस्टर का पालन नहीं करते हैं तो अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू की जाएगी। यह मेमो कहता है कि आपको चेतावनी दी जाती है और निर्देश दिया जाता है कि आप तत्काल प्रभाव से अपने कार्यालय स्थान से काम पर रिपोर्ट करना शुरू कर दें।

कर्मचारियों को वापस बुलाने वाली पहली कंपनी

टीसीएस अपने कर्मचारियों को कार्यालय वापस बुलाने वाली पहली आईटी सेवा कंपनियों में से एक थी। इसे सख्ती से लागू करने वाली भी अब तक की एकमात्र कंपनी है। वहीं इंफोसिस जैसी अन्य कंपनी ने कर्मचारियों को सप्ताह में दो बार आने के लिए कहा है लेकिन अभी तक इसे अनिवार्य नहीं किया गया है।

कंपनी ने क्या कहा?

अक्टूबर 2022 में कंपनी ने कर्मचारियों से कहा कि मैनेजर उन्हें हफ्ते में तीन दिन रोस्टर देंगे, जिसका उन्हें पालन करना होगा। टीसीएस ने कर्मचारियों से कहा कि मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा।

कंपनी ने यह भी सूचित किया कि रोस्टर का पालन नहीं करने वाले कर्मचारियों के वेतन या अवकाश में कटौती की जाएगी। वर्क फ्रॉम ऑफिस की आवश्यकता से छूट के गाइटलाइन के अनुसार, कर्मचारी पांच दिन पहले अनुरोध कर सकते हैं। HR किसी भी पिछली तारीख वाले वर्क फ्रॉम होम आवेदन को स्वीकार नहीं करेगा।

वे यह भी सुझाव देते हैं कि अगर कोई दो से तीन दिनों के लिए घर से काम करना चाहता है तो सहयोगियों को अपना रोस्टर रद्द करना होगा और महीने के दौरान उन दिनों की भरपाई करनी चाहिए।