भारत 7 से 11 जून तक लंदन के द ओवल स्टेडियम में डब्ल्यूटीसी फाइनल के दौरान ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा। इस बीच टीम के गेंदबाजी ऑलराउंडर अक्षर ने कहा कि टीम के खिलाड़ियों ने आईपीएल 2023 के दौरान ही चैंपियनशिप के लिए तैयारियां शुरू कर दी थी। अक्षर ने खेल के अलग-अलग फॉर्मेट में आने वाली चुनौतियों को लेकर भी बात की
आईपीएल के दौरान ही शुरू हो गई थी तैयारियां-
अक्षर ने आईसीसी से बातचीत करते हुए कहा कि हमें आईपीएल शुरू होने से पहले ही चैंपियनशिप के बारे में पता चल गया था। इस बीच आईपीएल के दौरान भी इस बात को लेकर चर्चा होती थी कि हमें लीग खत्म होने के एकदम बाद टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार होना होगा। एक खिलाड़ी होने के नाते हम जानते हैं कि कब, कैसे खेलना है और हमारे पास कितना समय है।
अलग गेंद से किया अभ्यास-
अक्षर ने दावा किया कि जब वे आईपीएल के दौरान ड्यूक गेंद से अभ्यास कर रहे थे, तो मुख्य उद्देश्य हमेशा सही जगह पर हिट करना था। उन्होंने कहा कि टीम ने आईपीएल के दौरान ही ड्यूक बॉल से अभ्यास करना शुरू कर दिया था। जैसे हम क्रिकेट के फॉर्मेट के अनुसार खुद में बदलाव करते हैं वैसे ही हमें बॉल के साथ अपने टैलेंट और कौशल का उपयोग करना होगा
इंग्लैंड में मौसम बड़ी चिंता-
फाइनल इंग्लैंड में होने है तो हम इसे लेकर अपनी योजनाओं पर काम कर रहे है और इन चीजों को ध्यान में रखते हुए प्रैक्टिस भी कर रहे हैं। भारत के मुकाबले यहां मौसम एकदम अलग है। अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैचों में सफलता के लिए परिस्थितियों, पिच और खेल में बदलाव को जल्दी अपनाने की जरूरत होती है।
तेज गेंदबाजों की जिम्मेदारी ज्यादा-
अक्स र ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए भारत की तैयारियों पर बात की। उन्होंने कहा भारत और इंग्लैंड में स्थितियां अलग हैं। यहां तेज गेंदबाजों की भूमिका अधिक है। भारत में स्पिनर अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गेंदबाजी की योजना कोच पर निर्भर है
फॉर्मेट के अनुसार बदलती है तकनीक-
एक खिलाड़ी को क्रिकेट के फॉर्मेट के अनुसार अपनी मानसिकता और तकनीकों को बदलने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि यह सफेद गेंद से लाल गेंद का मानसिक परिवर्तन काफी कठिन है, लेकिन हमारे पास पर्याप्त समय है। खासतौर से आईपीएल प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई न करने वाले खिलाड़ियों के पास काफी समय था।
गेंद में होगा परिवर्तन-
अक्षर पटेल ने कहा कि टेस्ट चैंपियनशिप में ड्यूक बॉल का उपयोग किया जाएगा, जो भारत में इस्तेमाल होने वाली एसजी बॉल से अलग है। उन्होंने कहा कि आईपीएल के दौरान ड्यूक गेंद से अभ्यास करने के दौरान मुख्य उद्देश्य हमेशा बॉल को सही जगह पर हिट करना था।