नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Investment Mantra: जब भी हम निवेश के बारे में सोचते हैं तो इतने सारे ऑप्शन को लेकर कंफ्यूज हो जाते हैं। हम पहली सैलरी के साथ ही पैसों को भविष्य की जरूरतों के लिए बचाना भी चाहते हैं। हमारे मन में ये सवाल हमेशा रहता हैं कि निवेश के लिए कौन-सा ऑप्शन बेस्ट है? कहां पैसा सबसे ज्यादा सुरक्षित है? साथ ही जरूरत पड़ने पर किस ऑप्शन में ज्यादा फायदा मिलेगा?
निवेश को लेकर हर व्यक्ति का नजरिया अलग होता है। कोई निवेशक यह कह सकता है कि अच्छे और भरोसेमंद बैंक की फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) सुरक्षित है। बैंक कभी भी आपके पैसे लेकर नहीं भागता है। लेकिन इसमें आपको सालाना 4-5 फीसदी का ही रिटर्न मिलता है। इसके अलावा आपको टैक्स भी देना होता है।
वहीं, कोई और निवेशक आपको क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश की सलाह दे सकता है। एक बिटकॉइन (Bitcoin) या क्रिप्टोकरेंसी एक रोलर कोस्टर जैसा होता है। एक दिन आपका पैसा 10 गुना बढ़ जाता है तो वहीं अगले दिन आपका पैसा 20 गुना गिर सकता है। ऐसे में आपको निवेश करने से पहले काफी सावधान रहना चाहिए।
निवेश किए जाने वाले पैसों का इस्तेमाल कहां करें?
आप अपनी भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कुछ सालों तक अपनी सैलरी को इन्वेस्ट कर सकते हैं, ताकि जब आपको भविष्य में जरूरत पड़े तो आप इनका इस्तेमाल कर पाएं। इन पैसों का इस्तेमाल आप कई तरह से कर सकते हैं, जैसे- कार खरीदने के लिए, अपनी शादी के लिए, नया घर खरीदने के लिए, या यहां तक कि विदेशी छुट्टी पर जाने के लिए आदि।
आप निवेश क्यों कर रहे हैं?
इस सवाल का उत्तर देने से आप यह जान पाएंगे कि आपको कहां निवेश करना चाहिए? जब आप निवेश का फैसला लेते हैं तो क्या आपका कोई लक्ष्य होता है? आपका लक्ष्य हो सकता है कि आप निवेश के दो साल बाद पूरे एक महीने के लिए विदेश यात्रा कर सकें या हो सकता है कि पांच साल बाद आप घर की डाउन पेमेंट के लिए पैसा जमा करना चाहते हों।
निवेश करने का कारण क्या है?
निवेश करने का एक सार्वभौमिक कारण ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाना होता है। आप उस पैसे का इस्तेमाल किस लिए करते हैं, यह बाद में तय किया जा सकता है। अगर आप प्रोपर्टी बनाने के लिए निवेश करने पर विचार करते हैं, तो आपको यह स्पष्ट हो जाएगा कि आप कहां निवेश कर सकते हैं? हम निवेश इसलिए करते हैं ताकि हम अपने पैसे को सेव के सा
कितना निवेश करना चाहिए?
आप अपने इंवेस्टमेंट को शॉर्ट टर्म वेल्थ और लॉन्ग टर्म वेल्थ में बांट सकते हैं। आज के टाइम में हर कोई जल्दी से अमीर बनना चाहता है। हालांकि, वित्तीय निवेश के माध्यम से इस तरह के लक्ष्य को पूरा करना आसान नहीं होता है। इसके लिए जरूरी है कि आप कम समय में बहुत ज्यादा रिटर्न वाले प्लान की तरफ जाएं। लेकिन उच्च रिटर्न असामान्य हैं और आपको असामान्य मात्रा में जोखिम लेने की आवश्यकता होती है।
इस तरह के जोखिम को उठाने के लिए बड़ी मात्रा में पूंजी का भी सहारा लेना पड़ता है। आप भाग्यशाली भी हो सकते हैं या फिर आप अपनी निवेश राशि को भी खो सकते हैं। ऐसे में आपको अपनी सेविंग का एक छोटा सा हिस्सा ही निवेश करना चाहिए।
अपने निवेश के लक्ष्यों तक कैसे पहुंचे?
अपने निवेश को छोटी और लंबी अवधि में बांटे। इस तरह आप अपनी विभिन्न जरूरतों और लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं। छोटी अवधि वाले निवेश अगले 12-14 महीनों में होने वाली जरूरतों को पूरा करेगा। जबकि लंबे अवधि वाले निवेश पांच साल के बाद की जरूरतों को पूरा करेगा। शॉर्ट-टर्म इन्वेस्टमेंट में मैच्योरिटी के लिए कम समय होता है। ऐसे में पूंजी को जोखिम में डालना एक अच्छा विचार नहीं है।