गुनौर : गुनौर में सीएम राइज विद्यालया स्वीकृत किया गया है जिसके लिये करोड़ों रूपये की राशि खर्च करके भवन बनाया जाना है जिसके लिये शासन द्वारा 10 एकड़ जमीन का मापदण्ड तय किया गया है जबकि यहां मैदान प्राप्त नहीं है ऐसी जानकारी प्राप्त है।विद्यालय भवन का निर्माण पूर्व से निर्मित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान में किया जा रहा है। इस संबंध में नगर परिषद की अध्यक्ष अर्चना मलखान सिंह ने एक मांग पत्र गत दिवस पन्ना आये मुख्यमंत्री को भी सौपा। उनके उनके द्वारा प्रस्तावित स्थान पर पहुंचकर एक बैठक और ठेकेदार को यह निर्माण कार्य न करने के लिए चलते हुए कार्य रुकवाया गया उन्होंने कहा कि चूंकि यह खेल मैदान शहर के बीचो-बीच स्थित एक मात्र मैदान है जिसका उपयोग राष्ट्रीय पर्व के कार्यक्रम राजनीतिक

और सामाजिक कार्यक्रमों के साथ-साथ बच्चों के खेल प्रतियोगिताओं को सम्पन्न कराने के लिये उपयोगी है। यदि उस मैदान में यह निर्माण किया जाता है तो नगर की सभी गतिविधियां प्रभावित होगी। उन्होंने कहा कि बालाजी मंदिर के पास शासकीय हाईस्कूल के लिये आवंटित भूमि जो 5 एकड़ है उसमें

सीएम राइज विद्यालय के भवन का निर्माण कराया जाये। कन्या हाईस्कूल जो कि कन्या हायर सेकेण्डरी में उन्नयन हेतु प्रस्तावित है उसको हायर सेकेण्डरी के भवन में भविष्य में संचालित किया जा सकता है जिससे ग्राउंड भी बच जायेगा और शैक्षणिक संस्थाओं का विधिवत संचालन भी किया जा सकता है। बैठक के दौरान नगर परिषद उपाध्यक्ष चंदन सपेरा, पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष जय नरेश द्विवेदी, बबलू गौतम ब्लॉक अध्यक्ष कांग्रेस, मलखान सिंह पूर्व मंडल अध्यक्ष,धर्मराज कश्यप, केशरी अहिरवार, अमित पाण्डेय, सौरभ सेन, मनीष यादव,प्रहलाद गौतम, राम दादा, अखिलेश शर्मा, सोनू पाठक, बद्री पटेल, देवेंद्र यादव और नगर परिषद के पार्षदगण सहित नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे । सभी के द्वारा तहसील कार्यालय गुनौर में पहुंचकर तहसीलदार अभिनव शर्मा से मौखिक रूप से स्थल परिवर्तन कराए जाने की मांग रखी नगर परिषद अध्यक्ष अर्चना मलखान सिंह ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों सहित गुनौर के लोगों द्वारा भी इस संबंध में सहमति व्यक्त की जा रही है। प्रशासन को चाहिए कि जो स्थल हम सभी के द्वारा प्रस्तावित कर विद्यालय भवन को स्थानांतरित करने की मांग की जा रही है वहां पर विद्यालय भवन क्यों नहीं बनाया जा रहा है। यदि वर्तमान प्रस्तावित स्थल पर विद्यालय का निर्माण कार्य कराया जाता तो खेल मैदान समाप्त हो जायेगा जिससे बच्चों के खेल के लिए न तो मैदान बचेगा और न ही कोई सामाजिक कार्यक्रम यहां हो सकेंगे जिससे जन मानस की भावनायें आहत होगी।