नई दिल्ली,  वियरेबल व हियरेबल आइटम के लिए जल्द ही पीएलआई चार हजार अरब डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक के वैश्विक बाजार में वर्ष 2012 में भारत की हिस्सेदारी सिर्फ एक फीसद थी। वित्त वर्ष 2021-22 में यह हिस्सेदारी 3.5 फीसद तक पहुंची। वित्त वर्ष 2025-26 में इलेक्ट्रॉनिक बाजार में यह हिस्सेदारी 10 फीसद को छू सकती है। इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर यह दावा कर रहे हैं।

इलेक्ट्रॉनिक आइटम में मुख्य रूप से मोबाइल फोन, आईटी हार्डवेयर जिसके तहत टैबलेट, लैपटॉप जैसे आइटम आते हैं और वियरेबल (स्मार्टवाच आदि) व हियरेबल (सुनने वाले आइटम) आते हैं। मोबाइल फोन के बाद हमने आईटी हार्डवेयर के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम 2.0 की घोषणा की है और अब जल्द ही वियरेबल व हियरेबल के लिए पीएलआई लाने जा रहे हैं।

अभी इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन 100 अरब डॉलर के पार चला गया है। हमें उम्मीद है कि वर्ष 2025-26 तक हम 100 अरब डॉलर का सिर्फ मोबाइल फोन का निर्यात करेंगे और 100 अरब डॉलर के मोबाइल फोन का उत्पादन घरेलू बाजार के लिए होगा।