नई दिल्ली, केंद्रीय मंत्रिमंडल में गुरुवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला। किरेन रिजिजू को केंद्रीय कानून मंत्री से हटाकर उन्हें पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंप दी। उनकी जगह राजस्थान के दलित नेता व पूर्व नौकरशाह अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है।
न्यायपालिका पर जुबानी जंग के चलते बदला मंत्रालय!
किरेन रिजिजू का मंत्रालय बदले जाने के बाद तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कहा जा रहा न्यायपालिका के साथ रिजिजू की जुबानी जंग और तीखे बयानों के चलते ऐसा किया गया है। रिजिजू का मंत्रालय क्यों बदला गया, उन्होंने खुद ही इसका जवाब दिया है।
कहां गलती हो गई?
दरअसल, एक प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों ने उनसे मंत्रालय बदले जाने को लेकर सवाल पूछा था। पत्रकारों ने पूछा कि रिजिजू आपसे कहां गलती हो गई? इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'गलती नहीं हुई है। मंत्रिमंडल में फेरबदल, अलग-अलग जिम्मेदारी, सरकार का तरीका होता है। पीएम की अपनी सोच है किसको क्या जिम्मेदरी देनी है। इसे ऐसे नहीं देखना चाहिए कि क्या हुआ होगा।'
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ का धन्यवाद
इससे पहले रिजिजू ने गुरुवार को कहा था कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में केंद्रीय कानून मंत्री के रूप में काम करना मेरे लिए गौरव व सम्मान की बात रही। देश के नागरिकों को आसानी से न्याय दिलाने व कानूनी सेवाएं प्रदान करने के लिए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ सहित सुप्रीम कोर्ट के अन्य जजों, सभी हाई कोर्ट के जजों, निचली न्यायपालिकाओं के जजों और सभी कानूनी अधिकारियों को धन्यवाद।