दादरी जिला पुलिस की सीआइए टीम ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए गांव चांदवास की बणी से चार बदमाशों को बुलेटप्रूफ जैकेट, बुलेटप्रूफ हेल्मेट, एक देशी पिस्तौल, 16 कारतूस, एक मोबाइल फोन, एक वाइफाइ डोंगल के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपितों के तार लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हैं। आरोपितों के पास से एक स्विफ्ट कार भी बरामद हुई है। न्यायालय द्वारा आरोपितों को दो दिन के रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस द्वारा गहनता से पूछताछ की जा रही है।
दादरी के पुलिस उप अधीक्षक सुभाष चंद्र ने पत्रकारवार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक नितिका गहलोत के निर्देशानुसार जिले में अवैध हथियार धारकों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत दादरी सीआईए स्टाफ प्रभारी सब इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह के नेतृत्व में गठित टीम में शामिल एएसआइ मंजीत सिंह बुधवार को बाढड़ा बस अड्डे के समीप मौजूद थे।
इसी दौरान टीम को सूचना मिली कि चार युवक अवैध हथियार व बूलेट प्रूफ जैकेटों के साथ स्विफ्ट कार में सवार होकर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए गांव चांदवास की बणी में बैठे हैं। जिस पर सीआइए टीम तुरंत सूचना के अनुसार बताए गए स्थान पर पहुंची और वहां से कार सवार चार युवकों को अवैध हथियार के साथ पकड़ लिया। आरोपितों की पहचान गांव डांडमा निवासी अंकित उर्फ धोलिया, अजय उर्फ भोला, गांव द्वारका निवासी आशुराज उर्फ लक्की व भिवानी के गांव डाब ढाणी निवासी रविंद्र उर्फ मिंटु के रूप में हुई है।
पुलिस को आरोपित अंकित उर्फ धोलिया के पास से एक देशी पिस्तौल, चार कारतूस, एक मोबाइल फोन व एक डोंगल बरामद हुआ, लेकिन फोन व डोंगल में सिम नहीं थी। आरोपित अजय उर्फ भोला, आशुराज उर्फ लक्की, रविंद्र उर्फ मिंटु के पास से चार-चार कारतूस बरामद हुए। पुलिस द्वारा तलाशी लेने पर कार की डिग्गी से चार बूलेट प्रूफ जैकेट व चार बूलेट प्रूफ हेल्मेट बरामद हुए। पुलिस ने कार को भी कब्जे में ले लिया। चारों आरोपितों के खिलाफ बाढड़ा थाना पुलिस ने शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपितों को वीरवार को न्यायालय में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान आरोपितों से गहनता से पूछताछ की जा रही है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हैं तार
डीएसपी सुभाष चंद्र ने बताया कि आरोपित अंकित उर्फ धोलिया ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2020 में झज्जर जेल में उसकी अक्षय नामक युवक से मुलाकात हुई थी और उनमें दोस्ती हो गई। जेल से बाहर आने के बाद भी उसकी अक्षय से मुलाकात होती रही। उन्होंने बताया कि उक्त अक्षय लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर नरेश सेठी का भतीजा है। ये दोनों ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हुए हैं। आरोपित अंकित ने पुलिस को बताया कि उक्त अक्षय करीब एक साल पहले विदेश भाग गया था, ऐसे में ऑनलाइन सिंगल ऐप के माध्यम से आपस में उनकी बातचीत होती थी।
अक्षय ने उपलब्ध करवाए बुलेटप्रूफ जैकेट और हेल्मेट
आरोपित अंकित उर्फ धोलिया ने पुलिस को बताया कि दिल्ली में हवाला के रुपये लूटने के लिए अक्षय ने कुछ दिन पहले उन्हें दो देशी पिस्तौल व 30 कारतूस उपलब्ध करवाए थे, लेकिन इस वारदात में उन्हें कामयाबी नहीं मिली। जिसके बाद अक्षय को उनसे कोई बड़ा काम करवाना था। इसके लिए चार बूलेट प्रूफ जैकेट, चार बूलेट प्रूफ हेल्मेट उपलब्ध करवाए थे। बड़ी वारदात को अंजाम देने से पहले ही दादरी पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
15 मई को भी एक आरोपित को किया था गिरफ्तार
बता दें कि उक्त आरोपितों के एक साथी भिवानी जिले के गांव डाब ढाणी निवासी मोनू उर्फ बिंडा को भी दादरी सीआइए स्टाफ ने बीती 15 मई को शस्त्र अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया था। उसके पास से पुलिस को एक अवैध देशी पिस्तौल व छह कारतूस बरामद किए गए थे।
आरोपितों पर पहले भी दर्ज हैं मामले
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए चारों आरोपितों पर पहले भी कई मामले दर्ज हैं। जिनमें आरोपित रविंद्र उर्फ मिंटु पर लड़ाई-झगड़ा व शस्त्र अधिनियम के तहत आधा दर्जन, आरोपित अजय उर्फ भोला पर लड़ाई-झगड़ा, एससी एसटी एक्ट, शस्त्र अधिनियम के तहत 14 मामले दर्ज हैं। वहीं आरोपित अंकित उर्फ धोलिया पर लड़ाई-झगड़ा व शस्त्र अधिनियम के तहत छह और आरोपित आशुराज उर्फ लक्की के खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं