मुंबई, केंद्रीय मंत्रिमंडल में आज एक बड़ा फेरबदल देखने को मिला। सरकार ने किरेन रिजिजू को कानून मंत्री के पद से हटाकर अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बना दिया है। रिजिजू का मंत्रालय बदले जाने पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत और कई विपक्षी नेताओं ने तंज कसा है।
न्यायालय की हुई जीत
राउत ने कहा कि केंद्र सरकार ने किरेन रिजिजू के प्रति न्यायपालिका की ‘‘नाराजगी’’ पर ध्यान दिया है और इसलिए उनका मंत्रालय बदला गया है। राज्यसभा सांसद ने संवाददाताओं से आगे कहा कि यह न्याय व्यवस्था की जीत है। उन्होंने आरोप लगाया कि रिजिजू ने न्यायपालिका के कामकाज में दखल देने की कोशिश की और यहां तक कि भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और कई अन्य का अपमान किया।
दूसरी ओर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मुख्य प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा कि रिजिजू अपने कर्तव्य से ऊपर होने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसा करने वाले सभी केंद्रीय मंत्रियों के लिए यह एक उदाहरण होना चाहिए। क्रेस्टो ने कहा कि केंद्र सरकार को कम प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों के लिए भी यही मानक तय करना चाहिए।
कांग्रेस ने भी कसा तंज
कांग्रेस ने भी रिजिजू पर तंज कसा और सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि वे नाकाम मंत्री थे, इसलिए उनका मंत्रालय बदला गया है। वहीं, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने तंज कसते हुए कहा कि कानूनों के पीछे के विज्ञान को समझना आसान नहीं है। बता दें कि रिजिजू को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का कार्यभार दिया गया है।