नई दिल्ली, Karnataka CM Race, D K Shivakumar, Siddaramaiah: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे घोषित हो चुके हैं। कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत दर्ज कर सत्ता में जोरदार वापसी की है। अब मुख्यमंत्री चुनने की कवायद चल रही है। डी के शिवकुमार और सिद्दरमैया में से किसी एक के मुख्यमंत्री बनने की संभावना है। दोनों का दावा मजबूत है। दोनों ही गांधी परिवार के बेहद करीब हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को नया मुख्यमंत्री चुनने की जिम्मेदारी दी गई है। नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 18 मई यानी गुरुवार को होने की उम्मीद है।

कर्नाटक में जारी राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर 10 बड़ी बातें

  1. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे मुख्यमंत्री पद के दोनों उम्मीदवार सिद्दरमैया और डी के शिवकुमार से आज मुलाकात करेंगे। यह बैठक खास इसलिए हो जाती है, क्योंकि 15 मई को ही शिवकुमार का जन्मदिन है। वे अब 61 साल के हो गए हैं। 
  2. डी के शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कई बार वे कांग्रेस के लिए 'संकटमोचक' बने हैं। 
  3. शिवकुमार ने रविवार रात को सिद्दरमैया समेत पार्टी नेताओं के साथ जन्मदिन मनाते हुए एक तस्वीर ट्वीट की थी। ट्वीट में उन्होंने लिखा था, ''मेरा जीवन कर्नाटक के लोगों की सेवा के लिए समर्पित है। मेरे जन्मदिन की पूर्व संध्या पर कर्नाटक के लोगों ने मुझे सबसे अच्छा जन्मदिन का उपहार दिया। मेरे कांग्रेस परिवार को उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।''
  4. सिद्दरमैया और शिवकुमार आज दिल्ली में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे।
  5. सिद्दरमैया और शिवकुमार दोनों के समर्थकों के बीच रविवार को पोस्टर वार देखने को मिला। दोनों के समर्थकों ने अपने-अपने नेता को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की।
  6. कांग्रेस विधायक दल की रविवार को हुई बैठक में प्रस्ताव पारित कर मल्लिकार्जुन खरगे को मुख्यमंत्री चुनने का अधिकार दे दिया गया। इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल और तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने हिस्सा लिया।
  7. कर्नाटक के कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि खरगे मुख्यमंत्री चुनने में ज्यादा समय नहीं लेंगे। वे जल्द कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेंगे।
  8. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे, पार्टी नेता जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया पर्यवेक्षक के रूप में बैठक में शामिल हुए। इसके अलावा, जयराम रमेश, सिद्दरमैय, शिवकुमार और वेणुगोपाल भी बैठक में मौजूद रहे।
  9. सूत्रों की मानें तो सिद्दरमैया और शिवकुमार के बीच पांच साल के कार्यकाल को आपस में बांटने समेत कई प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी, लेकिन बैठक में किसी का भी जिक्र नहीं किया गया।
  10. कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 135 सीट पर कांग्रेस, 66 सीट पर भाजपा, 19 सीट पर जनता दल (सेक्युलर), दो सीटों पर निर्दलीय और एक-एक सीट पर कल्याण राज्य प्रगति पक्ष और सर्वोदय कर्नाटक पक्ष को जीत हासिल हुई है।