पन्ना : बहन जी ने सभी महिलाओं को समझाते हुए कहा - सुखी परिवार ही हमारी धरोहर है इसके आधार पर हम किसी भी विपदा बीमारी एवं कष्ट का सामना कर सकते हैं। एक स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ शरीर के साथ स्वस्थ मन का होना भी बहुत जरूरी है अगर हमारा शरीर स्वस्थ है और परिवार में अनबन है या रिश्तो में मनमुटाव है तो उसका प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य पर अवश्य पड़ता है और उसके कारण शारीरिक रोग भी अवश्य उत्पन्न होते हैं।
आपने आगे कहा कि, आज आधुनिक युग में महिलाएं आधुनिकता के साथ चलें परंतु इसके साथ जीवन के मूल्यों को समझने की आवश्यकता है।
परिवार को सुखी बनाने के लिए बहन जी ने सभी को कुछ टिप्स दिए एवं मेडिटेशन का अभ्यास कराया और रोज कुछ समय मेडिटेशन करने के लिए आग्रह किया। ध्यान करने से हमारी आंतरिक शक्तियां जागृत होती हैं और हमारा जीवन नैतिक मूल्यों से श्रृंगारित हो जाता है।
श्रीमती मीना पांडे अध्यक्ष नगर पालिका पन्ना, श्रीमती आशा गुप्ता, उपाध्यक्ष, नगर पालिका पन्ना, श्रीमती निशा जैन, श्रीमती मंजूलता जैन ने भी अपने-अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में श्रीमती चंद्रप्रभा तिवारी, श्रीमती रचना पाटकर, प्रभा पटेरिया, श्रीमती पूनम यादव एवं अन्य गणमान्य महिलाएं उपस्थित रहे सभी ने कार्यक्रम की सराहना की एवं अपने को परिवर्तन करने की प्रतिज्ञा की।