प्रयागराज: अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के साथ रहने वाली शबाना नाम की महिला भी उमेश पाल हत्याकांड के बाद से दिख नहीं रही है। शाइस्ता को खोज रही एसटीएफ ने शबाना के भी घर और तमाम रिश्तेदारों के यहां छापेमारी की लेकिन वह भी कहीं नहीं मिली। ऐसे में माना जा रहा है कि शबाना को शाइस्ता परवीन ने अपने साथ ही रखा है। वह शाइस्ता के लिए सुरक्षा के साथ ही सारे अन्य काम भी करती है।
शाइस्ता परवीन घर से बाहर निकलती तो उसके साथ तीन-चार बुर्का धारी महिलाएं भी होती थी। इसके अलावा अरमान बिहारी और साबिर जैसे कुछ अपराधी भी होते थे। उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता परवीन साजिश रचने की आरोपित है जब कि अरमान बिहारी और साबिर शूटर के रूप में शामिल रहे। सभी फरार हैं लेकिन जिस शबाना का मुकदमे में कहीं नाम नहीं है वह भी घटना के बाद से नदारद है।
शाइस्ता तक पहुंचने के लिए एसटीएफ ने शबाना का सहारा लेने की सोची लेकिन वह भी नहीं मिली। शाइस्ता कभी अकेली नहीं रही है इसलिए यह बात तय मानी जा रही है कि शबाना उसके साथ ही होगी।
शबाना नाम की यह महिला अतीक़ के वकील खान शौलत हनीफ की रिश्तेदार बताई गई है। उमेश पाल शूटआउट से पहले शबाना अतीक़ अहमद से मिलने साबरमती जेल पहुंची थी। शबाना पहले भी देवरिया, बरेली और प्रयागराज की जेलों में अतीक़ अहमद से मुलाकात करती रही है।
पुलिस और एसटीएफ का मानना है कि उमेश पाल हत्याकांड से लेकर अतीक़ अहमद और अशरफ की मौत सी जुड़ी तमाम जानकारी शबाना के पास हो सकती है। अतीक़ अहमद ने शबाना को रहने के लिए मकान भी दिया था। कहा जाता है कि जेल में बंद अतीक ने शबाना को शाइस्ता सहित घर-परिवार का ख्याल रखने की ज़िम्मेदारी दी थी।
शबाना की अतीक़ अहमद से फोन पर भी लंबी बात होती थी। हर छोटी-बड़ी बात अतीक़ तक पहुंचना शबाना का काम था। शाइस्ता परवीन खुद शबाना पर बहुत भरोसा करती रही है इसलिए उसे अपना हमसाया बना रखी थी। यही वजह है कि एसटीएफ और पुलिस शाइस्ता के साथ ही शबाना की भी सरगर्मी से तलाश कर रही है।