केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बंगाल के एक दिवसीय दौरे पर मंगलवार सुबह कोलकाता पहुंचे। यहां पहुंचने के साथ शाह ने सबसे पहले रवींद्रनाथ टैगोर की 161वीं जयंती पर कोलकाता के जोड़ासांको स्थित कविगुरु के पैतृक आवास ठाकुरबाड़ी पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद गृह मंत्री ने पूरे ठाकुरबाड़ी का परिदर्शन किया और टैगोर से जुड़ी एक-एक चीज को बारीकी से देखा।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
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विजिटर्स बुक में केंद्रीय गृह मंत्री ने गुजराती में लिखा अनुभव
शाह ने बांग्ला भाषा में गुरुदेव को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। न्याय और समानता पर उनके विचारों ने भारत की वैश्विक दृष्टि को आकार दिया है जबकि उनके दूरदर्शी कार्यों ने स्वतंत्रता आंदोलन के लिए बौद्धिक आधार प्रदान किया। वह हमारे लिए एक दूरदर्शी कवि और प्रकाश स्तंभ बने हुए हैं।
जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी में गुरुदेव का जन्म हुआ था। इसी में रवींद्र भारती विश्वविद्यालय भी है। शाह ने ठाकुरबाड़ी परिसर में घूम कर गुरुदेव की स्मृतियों से जुड़ी सभी चीजों को देखा। वह गुरुदेव के कमरे में भी गए और यहां परिसर में रखे विजिटर्स बुक में अपना अनुभव गुजराती भाषा में लिखा है। यहां विचित्र भवन में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर और आइंस्टाइन की मुलाकात की तस्वीर लगी है।
गुरुदेव की वंशावली भी अमित शाह ने देखी
इस पर अमित शाह ने विश्वविद्यालय के कुलपति से जानना चाहा कि दोनों कहां मिले थे। गुरुदेव की वंशावली भी अमित शाह ने देखी। उनके परिवार में अभी कौन-कौन से लोग हैं, इस बारे में भी उन्होंने कुलपति से पूछा। विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें उत्तरीय और पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। उन्हें गुरुदेव से संबंधित कुछ किताबें भी उपहार के तौर पर दी गई। इस दौरान शाह के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष, पार्टी के आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय सहित अन्य नेता भी थे।