नई दिल्ली, गृहमंत्री अमित शाह के आह्वान पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों और एनडीआरएफ के भोजन में 30 फीसद श्रीअन्न को शामिल करने का फैसला किया गया है। मिलेट खाद्य पदार्थ बनाने वाले प्रतिष्ठित संस्थाओं के माध्यम से अर्द्धसैनिक बलों में श्रीअन्न का भोजन बनाने वाले रसोइयों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। श्रीअन्न के पौष्टिक गुणों को देखते हुए यह फैसला किया गया है।
अमित शाह के निर्देश के बाद
गृहमंत्रालय का फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में श्रीअन्न को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान को देखते हुए लिया गया है। अमित शाह के निर्देश के बाद सभी अर्द्धसैनिक बलों के साथ इस मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श किया गया और भोजन में 30 फीसद श्रीअन्न को शामिल करने का फैसला किया गया।
श्रीअन्न का भोजन तैयार करने के लिए रसोइयों को किया जाएगा प्रशिक्षित
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि श्रीअन्न प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत होने के साथ ही ग्लूटेन मुक्त होता है। डाइटरी फाइबर से युक्त श्रीअन्न का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जबकि यह कैल्शियन, आयरन, फास्फोरस जैसे अतिसूक्ष्म पोषक तत्वों और फाइटो-केमिकल्स से भरपूर होता है। जाहिर है इतने गुणों से भरपूर श्रीअन्न सुरक्षा बल के कर्मियों के लिए समग्र पौष्टिक आहार का काम करेगा।
श्रीअन्न को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए कई कार्यक्रम होंगे आयोजित
श्रीअन्न का उपयोग बढ़ाने के लिए इसकी उपलब्धता केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार, बलों के परिसर की किराना दुकानों और राशन स्टोर भी अलग काउंटर के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा जवानों और उनके परिवार के बीच श्रीअन्न को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे और आहार विशेषज्ञों और विशेषज्ञ एजेंसियों की भी मदद ली जाएगी। ध्यान देने की बात है कि भारत सरकार के अनुसार पर संयुक्त राष्ट्र में 2023 को अंतराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया है।