माफिया मुख्तार अंसारी के कुनबे के साथ ही उसके सहयोगियों के खिलाफ भी जिला प्रशासन व पुलिस की चौतरफा कार्रवाई चल रही है। इसी के तहत मुख्तार के खास शूटर अंगद राय अब प्रशासन के रडार पर है। पुलिस अंगद राय को बिहार जेल से जिला जेल लाने की तैयारी में जुटी है तो वहीं जिला प्रशासन उसकी अवैध संपत्ति को चिह्नित कर रहा है।
शीघ्र ही उस पर प्रशासन का बुलडोजर भी चल सकता है। इस प्रक्रिया को अभी गुप्त रखा गया है। कोई कुछ खुलकर नहीं बोल रहा है। मुख्तार का शूटर अंगद राय जमानत पर बाहर आया था। बीते मार्च में उसने डिलिया निवासी प्रमोद उर्फ पप्पू गिरि को उसके खिलाफ कोर्ट में गवाही नहीं देने की धमकी थी।
बीते तीन मार्च को प्रमोद गिरि ने इसकी तहरीर शहर कोतवाली में दी थी। मामले में पुलिस अंगद राय समेत उसके भाई विश्वनाथ राय और अमित राय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तलाश में जुट गई। कुछ दिन बाद पुलिस ने तीनों के खिलाफ 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया।
विश्वनाथ राय को उसके पैतृक गांव शेरपुर से पुलिस ने गिरफ्तार जेल भेज दिया। अंगद की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उसके ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश देनी शुरू कर दी। पुलिस की बढ़ती सख्ती के कारण अंगद राय बिहार चला गया। करीब दो माह पूर्व बिहार के भभुआ जनपद के दुर्गावती थाने की पुलिस ने शराब के साथ अंगद राय को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इसी मामले में अंगद को जिला जेल लाने के लिए कोतवाली पुलिस ने वारंट बी प्राप्त करने के लिए कोर्ट में आवेदन किया। पुलिस मामले में कुछ भी नहीं बोल रही है। सूत्रों के अनुसार कोर्ट से पुलिस को अनुमति भी मिल गई है और उसे जिला जेल लाने की तैयारी चल रही है।
वहीं अंगद राय द्वारा अपराध कर अर्जित की गई संपत्ति को जिला प्रशासन ने चिह्नित करना शुरू कर दिया है। शीघ्र ही उसकी संपत्ति कुर्क की जा सकती है। हालांकि इसकी भनक अंगद के स्वजन को लग गई है और उनमें खलबली मची हुई है।
अमित राय अभी भी है फरार
अंगद राय के साथ ही करीमुद्दीनपुर के जोगामुसाहिब निवासी अमित राय पर भी पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। अमित की गिरफ्तारी के लिए गैर जनपद में भी छापेमारी की जा रही है लेकिन वह पुलिस की पकड़ से काफी दूर है। हालांकि पुलिस का कहना है कि शीघ्र ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।