नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। क्रिप्टो फर्मों के साथ बड़ी साझेदारी की मांग करके मास्टरकार्ड अपने क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट कार्ड प्रोग्राम (Cryptocurrency Payment card Program) का विस्तार करेगा। बता दें, मास्टरकार्ड पहले से ही कुछ देशों में क्रिप्टो-लिंक्ड एक्सचेंज कार्ड के लिए Binance, Nexo और Gemini सहित क्रिप्टो एक्सचेंजों के साथ भागीदारी कर चुका है। Binance कार्ड ग्राहकों को ट्रेडिशनल करेंसी में भुगतान करने की अनुमति देते हैं, जो एक्सचेंज पर उनके क्रिप्टोकरेंसी होल्डिंग्स द्वारा फंडेड होते हैं।
Binance पर हुआ दायर मुकदमा
प्रमुख एक्सचेंज FTX के दिवालिया होने सहित पिछले साल कई बड़ी क्रिप्टो फर्मों के धराशायी होने के बाद बैंक क्रिप्टो ग्राहकों से सावधान हो गए हैं। मार्च में, यूएस कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन ने Binance पर मुकदमा दायर किया, जिसमें दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज को संचालित करने का आरोप लगाया है। Binance के सीईओ चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao ) ने कहा कि शिकायत में झूठे तथ्यों को शमिल किया गया है।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज लिमिट
टेंडर और नैटवेस्ट (Santander and NatWest) समेत कुछ बैंक कस्टमर को घोटालों और धोखाधड़ी से बचाने के लिए यूके के ग्राहकों द्वारा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में ट्रांसफर किए जा सकने वाले पैसे की मात्रा को सीमित करते हैं। नवंबर में rival Visa ने FTX के साथ अपने ग्लोबल क्रेडिट कार्ड समझौते को तोड़ दिया था।
अमेरिकन एक्सप्रेस ने 2021 में कहा था कि वह रिवार्ड पॉइंट्स को रिडीम करने के लिए क्रिप्टो का इस्तेमाल करने पर विचार करेगी। हालांकि, इस साल फरवरी में अमेरिकन एक्सप्रेस ने क्रिप्टो को अपना प्राइमरी पेमेंट सर्विस मानने से इंकार कर दिया था।
मास्टरकार्ड लगा सकता है क्रिप्टो एक्सचेंज पर बैन
यह पूछे जाने पर कि क्या मास्टरकार्ड अपने भुगतान नेटवर्क का इस्तेमाल करके क्रिप्टो एक्सचेंजों में ट्रांसफर की जा सकने वाले पैसे पर बैन लगाने पर विचार कर रहा है, धमोधरन ने कहा कि हम यहां विजेताओं को चुनने के लिए नहीं हैं।
हम यहां यह चुनने के लिए नहीं हैं कि कौन सा लेनदेन होना चाहिए या क्या होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मास्टरकार्ड के नेटवर्क के यूजर्स कई जांच से गुजरते हैं। उन्होंने आगे इस बात की जानकारी दी कि कंपनी ने क्रिप्टो एनालिटिक्स टेक्नोलॉजी में निवेश किया है।