सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा और पन्ना विधायक एवं खनिज साधन व श्रम मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के विशेष प्रयासों के फलस्वरूप जिले की दो मध्यम सिंचाई परियोजनाओं की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति मिली है। जिले को इतनी बड़ी सौगात दिलाने में उक्त दोनों जनप्रतिनिधियों का सार्थक प्रयास और योगदान उल्लेखनीय रहा है। सांसद श्री शर्मा और मंत्री श्री सिंह ने समय-समय पर केन्द्र व राज्य सरकार से आवश्यक समन्वय व संपर्क के जरिए परियोजना के क्रियान्वयन में आने वाले अवरोध को दूर करवाया। मुख्यमंत्री श्री चैहान की अध्यक्षता में मंगलवार को भोपाल में सम्पन्न हुई कैबिनेट बैठक में रूंझ व मझगांय सिंचाई परियोजना के पुनरीक्षित प्रस्ताव की स्वीकृति प्रदान की गई।

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कैबिनेट मंत्री श्री सिंह ने मुख्यमंत्री को किसानों का सच्चा हितैषी बताते हुए कहा कि आज मंत्रिपरिषद की बैठक में पन्ना जिले के किसानों और जनता के लिए सिंचाई परियोजनाओ के लिए अतिरिक्त रूप से मंजूरी दी गई है। इससे पन्ना क्षेत्र के किसानों को और अधिक फायदा होगा तथा माइक्रो सिंचाई परियोजना से पानी का बेहतर तरीके से उपयोग किया जा सकेगा। रूंझ मध्यम सिंचाई परियोजना पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील में प्रस्तावित है। परियोजना के अंतर्गत 64.70 एमसीएम के बांध निर्माण एवं पाइप नहर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। परियोजना से पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के 47 ग्रामों की 14 हजार 450 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति वर्ष 2011 में 12 हजार 550 हेक्टेयर के लिए प्रदान की गई थी, जिसकी लागत उस समय 269 करोड़ 79 लाख रूपए थी। वर्ष 2016 में माइक्रो सिंचाई प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए तथा पानी की बचत के लिए खुली नहर के स्थान पर पाइप नहर प्रणाली को सम्मिलित किया गया था। वृह्द परियोजना नियंत्रण मण्डल की स्वीकृति के बाद वर्ष 2018 से बांध निर्माण का कार्य तथा वर्ष 2019 से पाइप नहर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में परियोजना का कार्य प्रगतिरत है। बांध का कार्य 75 प्रतिशत तथा पाइप नहर का कार्य 25 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। भू-अर्जन अधिनियम 2013 के लागू होने तथा यूसीएसआर वर्ष 2017 संशोधित होने के कारण परियोजना की लागत में 243 करोड़ 93 लाख रूपए की वृद्धि अनुमानित है। परियोजना के निर्माण कार्य को पूरा करने तथा 14 हजार 450 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई विकसित करने के लिए 513 करोड़ 72 लाख रूपए का पुनरीक्षित प्रस्ताव तैयार किया गया है।

इसी प्रकार मझगांय मध्यम सिंचाई परियोजना भी पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील में प्रस्तावित है। परियोजना के अन्तर्गत 112.62 एमसीएम के बांध निर्माण एवं पाइप नहर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। परियोजना से पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के 38 ग्रामों की 13 हजार 60 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति वर्ष 2012 में 12 हजार 600 हेक्टेयर के लिए प्रदान की गई थी, जिसकी लागत उस समय 358 करोड़ 99 लाख रूपए थी। वर्ष 2016 में माइक्रो सिंचाई प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए तथा पानी की बचत के लिए खुली नहर के स्थान पर पाइप नहर प्रणाली को सम्मिलित किया गया। वृह्द परियोजना नियंत्रण मण्डल की स्वीकृति के बाद वर्ष 2018 से बांध निर्माण का कार्य तथा वर्ष 2019 से पाइप नहर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में परियोजना का कार्य प्रगतिरत है। बांध का कार्य 52 प्रतिशत तथा पाईप नहर का कार्य 30 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। भू-अर्जन अधिनियम 2013 के लागू होने तथा यूसीएसआर वर्ष 2017 संशोधित होने के कारण परियोजना की लागत में 334 करोड़ 65 लाख रूपए की वृद्धि अनुमानित है। परियोजना के निर्माण कार्य को पूरा करने तथा 13 हजार 60 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई विकसित करने के लिए 693 करोड़ 64 लाख रूपए का पुनरीक्षित प्रस्ताव तैयार किया गया है।

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सिंचाई परियोजना से अतिरिक्त पेयजल की सुविधा भी मिलेगी

रूंझ एवं मझगांय मध्यम सिंचाई परियोजना के क्रियान्वयन से किसानों को सिंचाई सुविधा के साथ-साथ नागरिकों को पेयजल की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाएगी। रूंझ परियोजना से पन्ना नगर को अमृत 2.0 योजना के तहत पेयजल की आपूर्ति सुलभ होगी। इसके लिए रूंझ से पन्ना नगर तक पाइपलाइन बिछाने का कार्य किया जाएगा। इसी तरह मझगांय परियोजना से जल जीवन मिशन अंतर्गत ग्रामीण परिवारों को हर घर नल से जल की सुविधा मिल सकेगी। इससे अजयगढ़, पन्ना और गुनौर विकासखण्ड के लगभग 600 ग्राम लाभांवित होंगे।