पुंछ आतंकी हमले के बाद से ही भारतीय सेना चप्पे-चप्पे पर आतंकियों की तलाश कर रही है। यही नहीं इस घटना की जांच के लिए शुक्रवार को NIA की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई है। भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों को राजौरी-पुंछ सेक्टर में उसी इलाके के पास दो समूहों के 6 से 7 सक्रिय आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिली है।
ये आतंकवादी उसी जगह एक्टिव पाए गए जहां वीरवार को सैन्य वाहन पर हमला हुआ था। यह समूह कल पुंछ सेक्टर में भारतीय सेना के वाहन पर घात लगाकर हमला करने में शामिल था जिसमें 5 जवान शहीद हो गए थे।
ड्रोन और हेलीकॉप्टरों के माध्यम से हो रही तलाश
सूत्रों से पता चला है कि यह समूह कल पुंछ सेक्टर में भारतीय सेना के वाहन पर घात लगाकर किए गए हमले में शामिल था, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए थे। सूत्रों ने कहा कि ड्रोन और निगरानी हेलीकॉप्टरों के साथ कई विशेष बलों की टीमों को इलाके में तलाशी और ऑपरेशन को नष्ट करने में मदद के लिए भेजा गया है।
तलाश में कई एजेंसियां शामिल
तलाश में सेना, पुलिस और खुफिया एजेंसियों सहित सुरक्षा बल अभियान का समन्वय कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादियों के लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और पाकिस्तान से होने का संदेह है।
बड़े पैमाने पर की जा रही खोज
इस समय सेना क्षेत्र में उनके प्रवेश के मार्ग के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही है। सेना उन क्षेत्रों में बड़े भी बड़े पैमाने पर खोज कर रही है जहां कई गुफा और चट्टानों जैसी प्राकृतिक संरचनाएं मौजूद हैं।
आतंकियों के पुतले जलाए
इस आतंकी हमले के चलते कई राजनीतिक दलों के कई राजनेताओं ने इस हमले को लेकर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं जम्मू-कश्मीर के राजौरी के जवाहर नगर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस आतंकी हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘इंडियन आर्मी जिंदाबाद’ के नारे लगाए, उन्होंने ‘शहीद जवान अमर रहे’ के नारे भी लगाए। वहीं आतंकियों के पुतले बना कर भी जलाए।