कांग्रेस के अलावा भाजपा छोड़ अंन्य दल से भी चुनाव सगठन लड़ सकता हैं।
पन्ना जिले के तीनों विधानसभा में पवई विधानसभा बड़ी विधानसभा है जिसमें आदिवासी बहुल क्षेत्र है सामाजिक संस्था आदिवासी दलित अल्पसंख्यक महासंघ (बुंदेलखंड) से शब्ध्द युवा आदिवासी दलित क्रांति सेना के साथियों ने निर्णय लिया है कि पिछले 25 वर्षों से आदिवासियों गरीबों के लिए उनके हित पर अनेकों आंदोलन संघर्ष कर न्याय दिलाने का काम किया है विशेषकर वनाधिकार के लिए जंग लड़ी है हर वर्ष अगस्त माह में "खुटा गाड़ो जमीन जोतो" "गले में गिरमा मुंह मे तिनका" नाम से बड़े आंदोलन किए गए हैं साहनगर में दस हजार बन वासियों ने जेल भरो आंदोलन किया था।
संगठन के संयोजक केपी सिंह बुंदेला ने बताया की बहुत ही जल्दी संगठन के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई जाएगी उसमे निर्णय लिया जाएगा संगठन की ओर से कौन योग प्रत्याशी होगा।
श्री बुंदेला द्वारा इशारों इशारों पर बताया गया कि संगठन के पदाधिकारी चुनाव लड़ सकते हैं या उनके द्वारा संगठन के अनेक पदाधिकारियों के लिए चुनाव लड़ने वास्ते सुझाव देंगे गुमान सिंह यादव, के पी सिंह बुंदेला पर भी चुनाव लड़ने विचार किया जाएगा। पवई विधानसभा क्षेत्र में समान आम जनता एवं आदिवासियों के बीच संगठन लगातार सघन जन संपर्क किया जा रहा है।
ऐसी जानकारी प्राप्त हो रही है की संगठन कांग्रेस पार्टी से दावेदारी करेगी अगर पार्टी ने टिकट नहीं दिया भाजपा छोड़ अन्न दल से चुनाव लड़ने का फैसला लिया जाएगा।