प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मैसूर में 'प्रोजेक्ट टाइगर' के 50 साल पूरे होने के अवसर पर एक मेगा इवेंट में बाघ जनगणना के लेटेस्ट आंकड़े जारी करेंगे। इस मौके पर वह 'अमृत काल' के दौरान बाघ संरक्षण के लिए सरकार का विजन भी जारी करेंगे और इंटरनेशनल बिग कैट्स एलायंस (आईबीसीए) भी लॉन्च करेंगे।
बिग कैट्स की होगी सुरक्षा और संरक्षण
IBCA दुनिया की सात प्रमुख बड़ी प्रजातियों बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, प्यूमा, जगुआर और चीता को आश्रय देने वाले देशों के साथ मिलकर काम करेगा।
वन्यजीव संरक्षण के बीच संतुलन बनाए रखते हुए बाघ आबादी बढ़ाना
1 अप्रैल को 50 साल पूरे करने वाले 'प्रोजेक्ट टाइगर' के प्रमुख ने कहा कि भारत का लक्ष्य विकास और वन्यजीव संरक्षण के बीच संतुलन बनाए रखते हुए बाघ आबादी को बनाए रखना है।
भारत में 53 टाइगर रिजर्व
भारत ने बाघ संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक अप्रैल, 1973 को 'प्रोजेक्ट टाइगर' लॉन्च किया गया था। शुरुआत में, इसमें 18,278 वर्ग किमी में फैले नौ टाइगर रिजर्व शामिल थे। वर्तमान में, 75,000 वर्ग किमी से अधिक में फैले 53 टाइगर रिजर्व हैं।
भारत में लगभग 3,000 बाघ
भारत में लगभग 3,000 बाघ हैं, जो वैश्विक जंगली बाघों की आबादी का 70 प्रतिशत से अधिक है और यह संख्या प्रति वर्ष छह प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। यादव ने कहा कि 'प्रोजेक्ट टाइगर' स्थानीय लोगों के लिए सालाना 45 लाख से अधिक मानव-रोजगार पैदा कर