अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या के बाद फरार अतीक अहमद के बेटे असद की पुलिस और एसटीएफ को सटीक लोकेशन नहीं मिल रही है। पुलिस ने कई ऐसी जगहों पर छापेमारी की है, जहां असद समेत बाकी शूटरों ने शरण ली थी। एसटीएफ के पहुंचने से पहले वे दूसरे ठिकाने की ओर निकल चुके थे

नेपाल में छिपने का दावा

एक बार दावा किया गया कि वह कारोबारी की मदद से नेपाल में छिप गया है, अब बताया जा रहा है कि प्रयागराज में शूटआउट के बाद भागे असद ने मेरठ में अपने करीबी रिश्तेदार के यहां शरण ली थी। फिर वह हरियाणा की तरफ चला गया। सुलेम सराय में जीटी रोड पर फरवरी को उमेश और दोनों गनर की हत्या के बाद अतीक के बेटे असद समेत फरार हुए शूटर गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, साबिर, अरमान को सवा महीने बाद भी पुलिस और एसटीएफ की एक दर्जन से ज्यादा टीम पकड़ नहीं पा रही हैं।

STF पता लगाने में नाकाम

तकनीकी रूप से मजबूत यूपी एसटीएफ इन अपराधियों के बारे में पता लगाने में नाकाम साबित हो है। आलम यह है कि घटना के सवा महीने बाद एसटीएफ और पुलिस अतीक के बहनोई मेरठ निवासी डा. अखलाक के बारे में पता लगा सकी है। पुलिस का कहना है कि घटना के बाद फरार असद ने मेरठ जाकर अपने फफा के यहां शरण ली थी।

अन्य शूटरों की नहीं मिल रही लोकेशन

असद के अलावा बाकी शूटरों की लोकेशन नहीं मिल पा रही है। अरमान के बारे में कहा गया कि वह बिहार भाग गया जहां का वह मूल निवासी है। बिहार में उसके कई अपराधियों से कनेक्शन का पता चला है। एक और भगोडे शूटर साबिर के बारे में पुलिस को भनक लगी है कि वह घटना के बाद पिपरी की तरफ से नाव से यमुनापार पहुंचा और फिर मध्य प्रदेश की ओर निकल गया है।

ऐसे में तमाम जांच में यह स्पष्ट है कि साबिर सहित ज्यादातर शूटर उमेश पाल हत्याकांड के बाद उत्तर प्रदेश से बाहर निकल गए जिनका पता लगाने के लिए एसटीएफ भटक रही है।