नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के समर्थन में जहां प्रमुख विपक्षी दल साथ आए हुए हैं। वहीं विभिन्न राज्यों के एक हजार से अधिक शिक्षक, बुद्धिजीवी, कलाकार और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने खुला पत्र लिखा है, जिसमें पूर्व सांसद पर मोदी सरकार की कार्रवाई को बदले की भावना से बताया है।

लोकसभा की सदस्यता रद करने पर पत्र में उठाया गया सवाल

इस पत्र में जहां मोदी सरनेम को लेकर विवादित टिप्पणी मामले में सूरत कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को दो वर्ष जेल की सजा देने को संदेह की जद में रखा गया है। वहीं, लोकसभा सचिवालय द्वारा आनन-फानन में उनकी लोकसभा की सदस्यता रद करने पर सवाल उठाया गया है।

पत्र के मुताबिक, संसद के बाहर-भीतर मोदी सरकार का विरोध करने पर राहुल गांधी के खिलाफ यह कार्रवाई हुई है। यह बताता है कि देश में लोकतंत्र खतरे में है।

प्रोफेसर से लेकर अभिनेता तक ने किया समर्थन 

इस पत्र में डीयू के प्रोफेसर अपूर्वानंद, कवि व वैज्ञानिक गौहर रजा व सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी के साथ ही अभिनेता सुशांत सिंह व फिल्म निर्माता शरद राज जैसे नाम है। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर व इतिहासकार इरफान हबीब के भी नाम इस पत्र में है।