देश में एक बार फिर कोविड-19 और मौसमी इन्फ्लुएंजा के मामले बढ़ने लगे हैं। इस बीच सरकार अस्पतालों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए 10 और 11 अप्रैल को राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल की योजना बना रही है। इसे लेकर केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि सभी जिलों के सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों की स्वास्थ्य इकाइयां इस मॉकड्रिल में भाग लेंगे। एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि 27 मार्च को होने वाली वर्चुअल मीटिंग में मॉक ड्रिल के सटीक विवरण के बारे में राज्यों को जानकारी दी जाएगी। 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और ICMR के महानिदेशक डॉ राजीव बहल द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि फरवरी के मध्य से देश में COVID-19 मामलों में क्रमिक लेकिन निरंतर वृद्धि देखी जा रही है। इस समय, देश में अधिकांश कोरोना मामले केरल (26.4 प्रतिशत), महाराष्ट्र (21.7 प्रतिशत), गुजरात (13.9 प्रतिशत), कर्नाटक (8.6 प्रतिशत) और तमिलनाडु (6.3 प्रतिशत) जैसे कुछ राज्यों द्वारा रिपोर्ट किए जा रहे हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा शनिवार को जारी एक संयुक्त एडवाइजरी में कहा गया है कि पिछले कई हफ्तों में कुछ राज्यों में COVID-19 की टेस्टिंग में गिरावट आई है। साथ ही यह भी पाया गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निर्धारित मानकों की तुलना में वर्तमान में परीक्षण स्तर अपर्याप्त हैं। इसको देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR ने सभी राज्यों को कोरोना जांच में बढ़ावा देने और लक्षणों की जानकारी देने के लिए भी कहा है।