अंतिम चरण में कहा कि अब बीवी बच्चों को लेकर जाएंगे भोपाल जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक वापस नहीं आएंगे , चाहे मर जाए
हम आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में कोटवार विगत 7 दिनों से हड़ताल पर बैठे हुए हैं इसी तारतम्य में पन्ना जिले के समस्त कोटवार कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर 10 मार्च से 17 मार्च तक हड़ताल पर बैठे रहे कोटवारों ने कहा कि विगत 7 दिनों से हड़ताल पर बैठने के बाद भी कोई भी प्रशासनिक प्रतिनिधि हमारे पास नहीं आया ना ही हमारी मांगे सुनी अंतिम चरण में भोपाल अपने बीवी बच्चों को लेकर जाएंगे और जब तक मांगे पूरी नहीं होगी वही रहेंगे चाहे मर जाए
मध्यप्रदेश में कोटवार अपनी 4 सूत्री मांगों को लेकर विगत 7 दिनों से हड़ताल पर हैं यदि हम सच्चाई के पैमाने पर आकर बात करे तो कोटवारों की सभी मांगे पूरी होनी चाहिए क्योंकि इस महंगाई में यदि 400 से 4000 में कौन अपने परिवार का गुजारा करता है कोटवार व्यवस्था प्राचीन काल से राजा महाराजाओं के समय से चली आ रही है और आज कोटवार राजस्व की सबसे छोटी एवं अहम कड़ी है जो प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है