जीरो कोविड नियम हटाए जाने के बाद चीन में एक बार फिर कोरोना संक्रमण (Corona Virus) तेजी फैल रहा है. चीन की स्थिति इतनी खराब है कि वहां के हॉस्पिटलों में मरीजों को बेड तक नहीं मिल पा रहे हैं, श्मशानघाटों में शवों के अंतिम संस्कारों के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है. दवाइयों की कमी बनी हुई है. इस बीच भारत समेत कई देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं. वहीं, डब्ल्यूएचओ (WHO) ने चीन को फटकारते हुए कोरोना केसों की सही रिपोर्ट (Corona Virus Report) देने को कहा है.
यूरोपीय देशों इटली और स्पेन के बाद ब्रिटेन एवं फांस ने भी चीन से उनके देश आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट जरूरी कर दी है. फ्रांस ने कहा है कि चीन के लोगों के पास 48 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट (Corona Virus) होनी चाहिए. इसके बाद आने के बाद उनकी रेंडम टेस्टिंग भी कराई जाएगी. वहीं, इंग्लैंड ने भी चीन से आने लोगों को लिए कोरोना रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है. ब्रिटेन में अगले साल 5 जनवरी 2023 से नए नियम लागू होंगे.
आपको बता दें कि भारत ने एक जनवरी से चीन से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी कर दिया है. वहीं, स्पेन ने भी चीन से आने वाले लोगों के लिए कोरोना टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट या वैक्सीनेशन की रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है. साथ ही स्पेन ने कहा कि कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर वह यूरोपीय संघ के सदस्यों के साथ कॉमन पॉलिसी बनाने के लिए एक बैठक करेगी.
आपको बता दें कि चीन में तेजी से कोरोना के ओमिक्रॉन सब वैरिएंट BF.7 फैल रहा है, जिससे भारत समेत पूरी दुनिया की चिंता बढ़ गई है. चीन WHO को कोरोना की स्थिति के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहा है. हालांकि, WHO ने चीन से कोरोना वायरस (Corona Virus) के सही आंकड़े देने को कहा है, जिससे समय रहते दुनिया में कोविड को फैलने से रोका जा सके.