स्वामी नारायण संस्थान (BAPS) के प्रमुख स्वामी नारायण स्वरूपदासजी की जन्म शताब्दी पर अहमदाबाद में बुधवार को भव्य कार्यक्रम का आगाज हुआ। इसका उद्घाटन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस दौरान गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद थे।
समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा- प्रमुख स्वामी जी से मेरा एक आध्यात्मिक नाता था, एक पिता-पुत्र का स्नेह था, एक अटूट बंधन था। आज भी वह जहां होंगे मेरे हर पल को देखते होंगे, बारीकी से मेरे हर काम को देखते होंगे। उन्होंने मुझे जो सिखाया-समझाया, क्या मैं उसी राह पर चल रहा हूं या नहीं, वह जरूर देखते होंगे।
मोदी ने कहा कि प्रमुख स्वामी जी का कहना था कि जीवन का एक सर्वोच्च लक्ष्य सेवा ही होना चाहिए, अंतिम सांस तक सेवा में ही जुटे रहना चाहिए। हमारे यहां नारायण कहते हैं कि 'नर सेवा ही नारायण सेवा है' और 'जीव में ही शिव है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी हिस्से में चले जाइए, आपको प्रमुख स्वामी महाराज जी की दृष्टि का परिणाम दिखाई देगा। उन्होंने सुनिश्चित किया कि हमारे मंदिर आधुनिक हैं और वे हमारी परंपराओं को उजागर करते हैं। उनके जैसे महान लोगों और रामकृष्ण मिशन ने संत परम्परा को फिर से परिभाषित किया।