बिहार में जहरीली शराब से अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है और ये आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. इस मामले पर सियासत गर्माती नजर आ रही है. विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है. पिछले 3 दिनों से छपरा शराबकांड को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. सत्र के पहले दिन विपक्ष ने सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा. वहीं, दूसरे तीसरे और चौथे दिन छपरा शराबकांड को लेकर सरकार से लगातार विपक्ष सवाल कर रही है. सदन के बाहर और अंदर विपक्षी दल के सभी विधायक अलग अलग तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसकी वजह से विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ रहा है.

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आज विधानसभा में बीजेपी ने जहरीली शराब को लेकर सदन में खूब हंगामा किया और सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग करने लगे. इस दौरान विपक्षी दलों के कई नेताओं ने हाथ में पोस्टर लेकर सदन के अंदर खूब हंगामा मचाया. जिसके बाद विधानसभा के स्पीकर ने मार्शल बुलाकर इन विधायकों के पास से पोस्टर हटवा दिए गए, लेकिन विधायक फिर भी नहीं माने और फोटोग्राफी शुरू कर दी. विधायकों ने टेबल और कुर्सियों को भी पटकना शुरू कर दिया. बीजेपी विधायकों द्वारा रिपोर्टिंग टेबल पर कुर्सी फेंकना शुरू कर दिया गया. इस स्थिति में सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. 

वहीं, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा है कि छपरा में जिस तरह से 53 लोगों की मौत हुई है. यह कोई सामान्य घटना नहीं है. इसके बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बयान दे रहे हैं कि पीने वाला मरेगा. उन्होंने कहा कि आज हम सड़क पर जाकर हल्ला बोल करेंगे और नीतीश कुमार की शिकायत बिहार के गवर्नर से करेंगे. स्थानीय लोगों ने पुलिस आरोप लगाया है कि थाने में जब्त की गई स्प्रिट को पुलिस ने शराब कारोबारियों को बेच दी थी. उसी स्प्रिट से शराब बनाई गई, जिससे इतने लोगों की जान चली गई है. अगर इसमें सच्चाई है तो प्रशासन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.