गोरखपुर/ हाजी रहमतुल्लाह नेहाली के मकान रहमत नगर गोरखपुर से एक खास चादर जो सैयद जमाल शाह रहमतुल्ला अलेह ख़ोरमा शरीफ रामपुर के पोते हज़रत सय्यद अफाक मियां के जरिए भेजी गई थी। ख़ानक़ाह हज़रत अली बहादुर शाह रहमतुल्ला अलेह की बारगाह में अकीदत और ऐहतराम के साथ पेश की गई ।
खानका हज़रत मिस्किन शाह रहमतुल्ला अलेह के खादिम फिरोज़ अहमद नेहाली, हज़रत अली अख्तर शाह, जनाब शकील अहमद अंसारी ने जुलूस की नुमाइंदगी की ।
इस मौके पर हज़रत मिस्कीन शाह खानकाह के सदर मोहम्मद फर्रुख जमाल ने बताया कि गोरखपुर की सरजमीन बुजुर्गों और वलियों की सरजमीन है। हज़रत अली बहादुर शाह ने रहमत नगर में आकर यहां के लोगों को हक़ की तालीम दी।
ख़ानक़ाह के खादिम और सेक्रेटरी फिरोज़ अहमद निहाली को रामपुर शरीफ से आई हुई ख़ास अबा और कलियर शरीफ की सर जमीन से आई हुई दसतार पेश की गई और उनकी उम्रदराज जी की दुआ की गई। जुलूस में कलियर शरीफ से आए हुए मुल्क के मारूफ़ कव्वाल इरफान साबरी ने सूफियाना कलाम पेश किया। चादर मुख्तलिफ इलाकों से होती हुई हज़रत अली बहादुर शाह की ख़ानक़ाह पर पेश की गई।खानकाह के सरपरस्त हज़रत अख्तर अली शाह ने इस मौके पर मुल्क में अमन अमन के लिए खास दुआएं की। जुलूस में शम्स तबरेज निहाली, मोहम्मद अरहम निहाली, मुहम्मद वसीम , वकील अहमद बड़े, अबू नसर सिददिकी और मोहल्ले के जायरीन मौजूद थे।