गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए दोनों फेज की वोटिंग खत्म हो चुकी है. पहले चरण के लिए एक दिसंबर को और दूसरे चरण के लिए पांच दिसंबर को मतदान संपन्न हुआ. गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे अब आठ दिसंबर को सामने आएंगे. गुजरात में चुनाव के नतीजे से पहले एग्जिट पोल के नतीजे सामने आये हैं. एग्जिट पोल में गुजरात में किसकी सरकार बन रही है, किसे फायदा और नुकसान हो रहा है ये आंकड़ें दिए गए हैं.
गुजरात में बीजेपी को बढ़त
सामने आये एग्जिट पोल में दावा किया गया है कि 2017 के मुकाबले इस बार बीजेपी की सीटों में इजाफा भी हो सकता है. वहीं, आम आदमी पार्टी की एंट्री के चलते कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है. अब एग्जिट पोल के अलावा लोगों के दिमाग में एक सवाल और भी है कि गुजरात में मुस्लमानों का वोट बीजेपी, कांग्रेस या आम आदमी पार्टी किसे सबसे ज्यादा मिला है, तो इसपर अलग-अलग राजनीतिक विश्लेषकों और वरिष्ठ पत्रकारों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
बीजेपी का मुस्लिम वोट प्रतिशत बढ़ने का बड़ा कारण
एबीपी न्यूज पर एग्जिट पोल के दौरान राजनीतिक विश्लेषक जफर सरेशवाला ने कहा कि गुजरात में मुस्लिमों ने बीजेपी को पहले से ज्यादा वोट दिया है. बीजेपी का वोट प्रतिशत इस विधानसभा चुनाव में बढ़ा है. गुजरात में मुस्लमानों की संख्या 9.6 फीसदी है. इसकी बड़ी वजह यह भी है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने एक-एक मुस्लिम घरों में जाकर भी पार्टी को वोट करने की अपील की थी. वहीं पिछले 27 सालों से बीजेपी की सरकार होते हुए भी मुस्लमानों को गुजरात में कोई परेशानी नहीं हुई है. इसलिए मुसलमानों का विश्वास अब बीजेपी पर पहले के मुकाबला कहीं ज्यादा बढ़ गया है.
कर्नाटक से शुरू हुए हिजाब विवाद की बात करें तो देश के अलग-अलग राज्यों में इसको लेकर विरोध हुआ लेकिन गुजरात में कभी ऐसा विरोध देखने को नहीं जहां आज भी मुस्लिम लड़कियां स्कूल कॉलेजों में हिजाब पहनकर जाती है. देखा जाए तो बीजेपी के लिए गुजरात में एक अच्छी खबर है कि मुसलमानों का वोट प्रतिशत उनके लिए बढ़ा है.