दिल्ली में वायु प्रदूषण की हालत दिन प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है. दिल्ली में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 337 तक पहुंच चुका है. एक्यूआई का स्तर बढ़ने के साथ ही दिल्ली के लोगों को तमाम समस्याएं भी घेर लेती हैं. दिल्ली में प्रदूषण की माप करने वाली एजेंसी सफर के मुताबिक, दिल्ली में धुंध की समस्या ठंड के साथ ही बढ़ती जा रही है. सोमवार को दिल्ली के लोगों ने जब आंख खोली, तो एक्यूआई इंडेक्स 337 तक पहुंचा मिला. एक्यूआई इंडेक्स के मुताबिक, 0-100 तक के एक्यूआई इंडेक्स को अच्छा माना जाता है.
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
एक्यूआई इंडेक्स का मतलब
एक्यूआई इंडेक्स में 100 से 200 तक के स्तर को मध्यम माना जाता है. एक्यूआई इंडेक्स 200-300 तक पहुंचने को खराब क्वॉलिटी का माना जाता है. और 300-400 के स्तर को बेहद खराब स्तर का माना जाता है. इसके ऊपर का प्रदूषण बेहद खतरनाक माना जाता है. रविवार को दिल्ली में केंद्र सरकार के एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट कमीशन ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ सुझाव दिये हैं. इसके मुताबिक, दिल्ली में निर्माण और तोड़फोड़ की कार्रवाई पर तुरंत रोक लगा दी जानी चाहिए, वर्ना हालात खराब से खराब होते जाएंगे. क्योंकि हालात यही रहे तो एक्यूआई इंडेक्स बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच जाएगा.
दिल्ली में तमाम तरह की रोक
एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट कमीशन के सुझाव के बाद दिल्ली में निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है. इसके लिए स्टेज-1 और स्टेज-2 की रोक लगा दी गई है. दिल्ली में 4 दिसंबर को सीपीसीबी ने बताया कि एक्यूआई इंडेक्स 407 तक पहुंच गया था. ऐसे में सरकार को कुछ ऐहतिहाती कदम उठाने पड़े. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों को लेकर बेहद नाराजगी जताई थी, जिसके बाद सरकार ने निर्माण कार्यों पर अस्थाई बैन लगा दिया है.