भारत के अलग अलग राज्यों में पिछले कुछ दिनों से लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं. सोमवार को पंजाब के अमृतसर में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया. इससे पहले एक हफ्ते में दिल्ली-एनसीआर में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. 9 नवंबर को आए भूकंप की तीव्रता तो 6.3 तक थी. 

Earthquake In Punjab: पंजाब के अमृतसर में आज तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, पंजाब के अमृतसर से 145 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर पश्चिम में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.1 दर्ज की गई है। पिछले तीन-चार दिनों से भारत में लगातार आ रहे भूकंप ने लोगों में दशहत पैदा कर दी है। सोमवार तड़के भी पंजाब के अमृतसर से 145 किमी पश्चिम-उत्तर पश्चिम में भूकंप केे तेज झटकों ने लोगों में हड़कंप मचा दिया। आज तड़के अमृतसर में करीब 3.42 बजे भूकंप के तेज झटकों से लोगों की नींद खुल गई और लोग ठंड़ में घरों से बाहर निकलने को मजबूर हो गए।

Earthquake in Punjab: राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, आज तड़के पंजाब के अमृतसर जिले में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप की गहराई जमीन से 120 किमी नीचे थी। गौरतलब है कि, 12 नवंबर को भी पंजाब के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रात 8ः15 के करीब  

चार-पांच दिनों से लगातार आ रहा भूकंप

आपको बता दें कि, उत्तर भारत में पिछले चार-पांच दिनों से लगातार भूकंप के झटके महसूस किये जा रहे हैं। इन दिनों में दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल और पंजाब की धरती भी भूकंप के झटकों से डोल गई है।आए भूकंप के झटकों की तीव्रता 5.4 मापी गई थी। 

दरअसल शनिवार को यह भूकंप नेपाल में आया था जिसका दिल्ली एनसीआर, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में देखने को मिला था। भूकंप के झटके हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर, मुजफ्फरनगर और शामली समेत अन्य जिलों में महसूस किए गए थे।

जानें, क्यों आता है भूकंप

सरंचना के मुताबिक, पृथ्‍वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। प्लेटों के नीचे तरल पदार्थ है जिस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती है। कई बार ये प्लेट्स आपस में टकराती और ज्यादा दबाव पड़ने से ये प्लेट्स टूटने भी लगती है। ऐसे में नीचे उत्पन्न हुई उर्जा बाहर निकलने का रास्‍ता खोजती है और जब इससे डिस्‍टर्बेंस बनता है तो भूकंप आता है।

भूकंप आए तो इन बातों का रखें ध्यान

– भूकंप के झटके महसूस होने पर पर सुरक्षित स्थान पर चले जाए।

– भूकंप से इमरातों और घरों के गिरने का खतरा रहता है। ऐसे में इनसे बाहर निकलकर खुले में चले जाए।

– यदि घर के अंदर हैं तो भूकंप के दौरान जमीन पर झुक जाएं।

– घर में किसी मजबूत मेज या फर्नीचर के किसी हिस्से के नीचे बैठ जाएं।

– भूकंप के दौरान शीशे, खिड़कियों, दरवाजों और दीवारों से दूर रहें। गिरने वाली चीजों से दूरी बनाकर रखें।

– यदि घर के बाहर हैं तो बिल्डिंग, पेड़ों, स्ट्रीट लाइटों और बिजली/टेलीफोन आदि के पोल से दूर रहें।

– यदि खुली जगह पर हैं तो भूकंप के आने पर एक स्थान पर रुक जाएं।