पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले से पर्दा उठने के बाद से पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. दोनों के बारे में केंद्रीय जांच एजेंसी रोज नए खुलासे कर रही है. पार्थ और अर्पिता पांच अगस्त तक ईडी की हिरासत में रहेंगे. ईडी की विशेष अदालत ने दोनों की हिरासत 5 अगस्त तक कर दी है. इस बीच दोनों की रिलेशनशिप के बारे में चौंका देने वाला खुलासा हुआ है. अर्पिता के नाम 31 लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी हैं और इन सब में नॉमिनी पार्थ चटर्जी हैं.

अर्पिता-पार्थ का संबंध काफी पुराना

ईडी ने आज बुधवार को कोर्ट को पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के जॉइंट कंपनी के बारे में सूचना दी. APA utility services नाम की यह कंपनी 1 नवंबर 2012 को रजिस्टर की गई थी. ईडी ने कोर्ट को बताया कि ज्वाइंट प्रॉपर्टी के कागज के मुताबिक अर्पिता और पार्थ का संबंध काफी पुराना है.

अर्पिता की 31 लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के नॉमिनी पार्थ

ईडी की 10 दिनों की हिरासत के बाद बुधवार को पार्थ और अर्पिता को फिर से कोर्ट में पेश किया गया. सुनवाई के दौरान ईडी ने दावा किया कि अर्पिता की 31 जीवन बीमा पॉलिसियों में नॉमिनी के तौर पर पार्थ का नाम था.

ईडी की जांच जारी

ईडी ने अर्पिता के दो फ्लैटों से करीब 50 करोड़ रुपये बरामद किए थे. ईडी के सूत्रों के मुताबिक पार्थ और अर्पिता दोनों का दावा है कि पैसा उनका नहीं है. अगर ऐसा है तो जांचकर्ता असमंजस में हैं कि यह पैसा किसका है. जांच के दौरान उन्होंने पार्थ और अर्पिता के नाम से संगठनों के कई घरों और कार्यालयों की तलाशी ली और कई दस्तावेज बरामद किए.