गोलाघाट जिले के गोरंगा चाय बागान के मजदूरों ने अपनी मजदूरी की पैसों से निर्माण की गई श्री काली मन्दिर और दूसरी बृहद शिव लिंगाकार मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा में उमड़ा जनसैलाब। नगांव जिले के महामृत्युंजय मन्दिर के तर्ज पर असम के भीतर गोलाघाट जिले के गोरंगा चाय बागान में भी दूसरी बृहद लिंगाकर मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भारी संख्या में दर्शनार्थियों की भीड़ देखी गई। तीन दिवसीय आयोजन के द्वारा इस मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में वाराणसी से आमंत्रित पुरोहितों के मंत्रोचार से सोमवार को विधिवत पूजन के साथ श्री काली माता की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई। माता काली की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले चाय बागान के मजदूरों और स्थानीय लोगों द्वारा रथ यात्रा निकाली गई। खराब मौसम के बावजूद लोगों का उत्साह सराहनीय रहा। वहीं इस आयोजन में कल रात पूर्व मंत्री बिस्मिता गोगोई उपस्थित हुई और यहां पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। बताते चलें कि वर्ष 1996 से ही गोरंगा चाय बागान के मजदूरों ने यहां भव्य मन्दिर निर्माण किए जाने के उद्देश्य से अपनी मजदूरी में से 20 रूपये जमा करते आ रहे थे। इन मजदूरों की खून पसीने की कमाई से बनी श्री महाकाली मन्दिर और 25 फूट ऊंचाई वाले शिव लिंगाकार मन्दिर की कुल लागत चालीस लाख रुपए है। वहीं इस भव्य मन्दिर की प्रतिष्ठा होने पर स्थानीय लोगों ने सभी के आकर्षण का केन्द्र के रुप में उभरने की आशा व्यक्त की है।