आज देश के विभिन्न हिस्सों के साथ ही गोलाघाट में भी विजयदशमी पर देवी दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के साथ शारदीय दुर्गोत्सव का शांतिपूर्ण ढंग से समापन हुआ। गोलाघाट नगर के कुल 21 स्थानों में दुर्गा पूजा समितियों द्वारा महाषष्ठी के दिन से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर तीन दिनों तक विधि विधान के साथ पूजन के उपरांत आज विजय दशमी पर भावुक भक्तों ने धनशिरी नदी में विसर्जित किया। आज विसर्जन से पूर्व विभिन्न पूजा पांडालों में सुहागन महिलाओं ने मां दुर्गा को सिन्दूर चढ़ाकर पुनः इसे प्रसाद के रुप में लेकर एक दूसरे लगाकर सदा सुहागन रहने की शुभकनाएँ दीं। इस दौरान लोगों का उत्साह सराहनीय रहा। ढोल नगाड़े शंख आदि के साथ ही बैंड बाजा बजा कर नाचते झूमते हुए लोग विसर्जन के लिए निकले। वहीं दूसरी तरफ आज विसर्जन को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की ओर धनशिरि नदी घाट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। जहां व्यवस्थित तरीके से देवी दुर्गा के साथ ही अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। वहीं पुलिस प्रशासन की ओर नगर में निकाली जाने वाली शोभायात्रा और नदी घाट तक विसर्जन तक शांतिपूर्ण ढंग से समापन के लिए कड़ी मशक्कत करते दिखे। आज विसर्जन को व्यवस्थित तरीके से समापन किए जाने पर चक्र अधिकारी पापोरी दास सभी पूजा समितियों और स्थानीय लोगों के सहयोग के लिए धन्यावाद ज्ञापन किया।