यूपी के झांसी में गरौठा विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक रहे दीपनारायण सिंह यादव पर विजिलेंस का शिकंजा कसने लगा है. आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस ने पूर्व समाजवादी पार्टी के विधायक दीप नारायण सिंह यादव की खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है.झांसी विजिलेंस ने पूर्व सपा विधायक के खिलाफ आय से अधिक सम्पति होने का मामला दर्ज कराया है.
गरौठा विधानसभा सीट से मौजूदा बीजेपी विधायक दीपनारायण सिंह यादव ने योगी पार्ट-1 सरकार में सपा के पूर्व विधायक के खिलाफ भ्रष्टाचार, अवैध कमाई करके करोड़ों रुपए की बिल्डिंग बनाने के अलावा तमाम बिंदुओं पर शिकायत की थी. बीजेपी विधायक जवाहर लाल राजपूत ने आरोप लगाते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में दो बार विधायक बने दीपनारायण सिंह यादव ने सत्ता का दुरुपयोग करके सरकारी जमीनों पर कब्जे किए थे. अवैध खनन में लिप्त होकर करोड़ों रुपए कमाए इसके अलावा पूर्व सपा विधायक की हाईटेक मूल सिटी भी अवैध कमाई से बनाई गई है. फिलहाल शासन ने जांच शुरू करा दी है. शासन जो भी कार्रवाई करेगा वह सही होगी.
जांच के बाद दर्ज हुआ मुकदमा
बताया जा रहा है कि शासन के आदेश पर सपा के कद्दावर नेता दीपनारायण सिंह यादव के खिलाफ विजिलेंस की टीम जांच कर रही थी. जांच में टीम को पता चला कि पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव ने विभिन्न स्रोतों के माध्यम से 14,30,31,444 रुपए की आय अर्जित की थी, जबकि उन्होंने 37,32,55,84400 व्यय किया है, जो 23,02,24, 400 का अधिक व्यय किया गया है. दोषी पाए जाने पर पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव के खिलाफ भ्रटाचार निवारण 1988 अधिनियम के तहत 13 (1) (बी) 12 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पूर्व सपा विधायक का पलटवार
मुकदमा दर्ज होने के बाद समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव ने शिकायतकर्ता बीजेपी विधायक जवाहर लाल राजपूत पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि विधायक भी अवैध खनन की गतिविधियों में लिप्त हैं. इसके अलावा अफसरों की झूठी शिकायत करके उनको सस्पेंड करवाते हैं. इसके एवज में विधायक अफसरों से पैसे मांगते हैं. विधायक के पास खुद करोड़ों रुपए की संपत्ति बन गई है. पूर्व विधायक ने शासन से मांग की हैं कि बीजेपी विधायक के खिलाफ भी जांच शुरू कराई जाए.